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पंजाब में जैन धर्म का उदभव, प्रभाव और विकास
रथयात्रा, मंदिर की वार्षिक ध्वजा, तीर्थ यात्राएँ, दिवाली नव वर्ष, ज्ञानपंचमी, कार्तिक पूनम - ये धार्मिक आयोजन होते रहते हैं ।
उत्सवों में लोहड़ी, होली, वसंत पंचमी, वैशाखी, गुरु पूर्णिमा, श्रावणी तीज, रक्षाबन्धन, अनन्त चौदश, नवरात्रे, दसहरा, करवाचौथ, अहोई अष्टमी, भाईदूज आदि व्यावहारिक जीवन के अंग है ।
___ उत्तर भारत में जैनों के कुछ प्रादेशिक वार्षिक मेले भी लगते हैं । चैत्र सुदि-१ को लहरा-जीरा (पंजाब) में श्री विजयानंदसूरि गुरुधाम मेला, काँगड़ा तीर्थ पर होली (त्रयोदशी) की यात्रा व मेला, हस्तिनापुर तीर्थ पर होली मिलन मेला, अक्षयतीज पारणा मेला व कार्तिक पूनम मेला - लगते हैं। श्री वल्लभस्मारक - दिल्ली में भगवान पार्श्वनाथ जयंती (पोष व. १०) को बड़ा मेला तथा प्रथम अक्तूबर को माता पद्मावती की याद में विशाल भक्ति संध्या आयोजित होती है । माता चक्रेश्वरी देव तीर्थ - सरहिंद (पंजाब) में आसोज में वार्षिक मेला व नव वर्ष मेला बहुत विख्यात है । नंकोदर (पंजाब) में भी माता चक्रेश्वरी देवी का वार्षिक उत्सव मनाया जाता है । दिल्ली की बड़ी व छोटी दादावाड़ी के भव्य वार्षिक आयोजन भी दर्शनीय हैं । Place of Jain Pilgrimage & Monuments १. हस्तिनापुर तीर्थ परिसर में अद्वितीय १५१ फूट ऊँचा श्री अष्टापद मंदिर जो भगवान ऋषभ देव
की निर्वाण कल्याणक स्थली की प्रतिकृति है. भगवान ऋषभदेव का पारणा मंदिर, तीन तीर्थंकरों के १२ कल्याणकों भगवान श्री शांतिनाथ, कुन्थुनाथ तथा अरहनाथ का मुख्य मंदिर तथा जंबूद्वीप रचना आदि. कलात्मक श्री वल्लभ स्मारक भव्य प्रासाद व माता पद्मावती मंदिर, दिल्ली दिल्ली की छोटी दादावाड़ी एवं महरोली स्थित दादा जिनचंद्रसूरि 'मणिधारीजी' का ९०० वर्ष पुराना समाधि स्थल है । कौरव-पाण्डव युगीन अति प्राचीन तीर्थ काँगड़ा - किला के जैन मंदर रानीला, भगवान आदिनाथ अतिशय मंदिर (दिगम्बर) माता पद्मावती व धरणेन्द्र देव का प्राकट्य स्थल, श्री पार्श्वनाथ तीर्थ अहिच्छत्रा - रामनगर किला (बरेली)
श्री चिंतामणि पार्श्वनाथ भव्य मंदिर, हरिद्वार ८. लगभग ४०० वर्ष पुराना माता श्री चक्रेश्वरी देवी तीर्थ, सरहिंद
गुरुधाम, लहरा तीर्थ - ज़ीरा (पंजाब) जम्मू, लुधियाना, चण्डीगढ़, अम्बाला शहर, सामाना, अमृतसर, जगाधरी, फरीदाबाद, गुड़गांव,
गाज़ियाबाद, मेरठ, बड़ौत, होशियारपुर आदि के भव्य जैन मंदिर , ११. दिगम्बर जैन लाल मंदिर, दिल्ली १२. अहिंसा स्थल महरोली, दिल्ली.
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