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________________ क्र.सं. नेता का नाम १०. जिलाधीश महोदय ११. श्रीमान् रामकल्याणजी आकोदिया मुंसिफ मजिस्ट्रेट १२. श्री जे. के. जैन संसद सदस्य, दिल्ली १३. श्री सज्जन सिंह राणावत जिलाधीश, श्री नारायण सिंह, एस.एस.पी. बूँदी तथा श्री दीनदयाल खुरेटा, मुख्य न्यायाधीश, बूँदी १४. श्रीमान् रामप्रसाद गुप्ता जज (नैनवां) १५. नगरपालिका चेयरमैन १६. श्री कल्याण सिंह जी तहसीलदार १७. श्री तहसीलदार महोदय १८. रिटायर्ड मजिस्ट्रेट श्री सोमदत्त शर्मा १९. जिला मजिस्ट्रेट श्री ओमप्रकाश गुप्ता २०. जिलाधीश महोदय २१. तहसीलदार साहब २२. जिला प्रमुख श्री सुजान सिंह जी २३. श्री सुशील कुमार बाकलीवाल अधिशासी अभियंता २४. सेशन जज श्री सुन्दरलाल मेहता २५. श्री मनोहरलाल जी विरानी अध्यक्ष नगरपालिका २६. मुंसिफ मजिस्ट्रेट, एस.डी.ओ. चेयरमैन २७. जिलाधीश श्री दीपचन्दजी जैन २८. श्रीमान् डिप्टी साहब २९. चेयरमैन श्री किशनलालजी जैन ३०. श्री हीरालालजी देवपुरिया मंत्री राजस्थान सरकार वीर ज्ञानोदय ग्रन्थमाला "भारत में जो भी महात्मा, संत, पैगम्बर आए, उन्होंने हमें जो रास्ता दिखाया, उन्हीं के रास्तों पर चलकर हमें शांति प्राप्त हो सकती है। कोई मजहब Jain Educationa International नगर का नाम भीलवाड़ा बिजौलिया कोटा बूँदी For Personal and Private Use Only नैनवां कापरेन केशोरायपाटन छीपाबड़ोद कैथुन सांगोद झालावाड़ चांदखेड़ी झालरापाटन चित्तौड़ बाँसवाड़ा निम्बाहेड़ा कुशलगढ़ साबला इसके अतिरिक्त लगभग समस्त छोटे-बड़े स्थानों पर गाँव के सरपंच, ग्राम प्रधान आदि स्वागत हेतु पधारे, जिनके नाम भी ज्ञानज्योति के इतिहास में जुड़ गए। अतः यहाँ इतना ही कहना पर्याप्त होगा कि सभी लोगों ने ज्ञानज्योति का खुले दिल से जो स्वागत किया है, वह राजस्थान के इतिहास में सदैव अविस्मरणीय रहेगा। मेरा भी सौभाग्य जगा है (राज्यपाल श्री ओ.पी. मेहरा) ज्ञानज्योति के स्वागत में पधारे सभी मुख्य अतिथियों ने अपने हृदयोद्गार व्यक्त कर असीम प्रसन्नता एवं विश्वबंधुत्व का परिचय दिया था; क्योंकि उन्होंने अपनी उपस्थिति को अपना सौभाग्य मानकर स्वयं को ज्ञान की मंगलज्योति से आलोकित करने के शुभ भाव हृदय में संजोए थे। मैं समझती हूँ कि यहाँ कतिपय मुख्य नेताओं के शब्द- प्रसून राजस्थान सम्पूर्ण ज्योतिभ्रमण की सार्थकता को बतलाने में सक्षम होंगे। अतः प्रस्तु हैं श्रद्धा की कतिपय शब्दावलियाँ जयपुर के रामलीला मैदान में ४ जुलाई, १९८२ को राजस्थान के महामहिम राज्यपाल श्री ओ.पी. मेहरा ने विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा सागवाड़ा डूंगरपुर केशरिया जी जयपुर की स्वागत सभा में राजस्थान के राज्यपाल श्री ओ.पी. मेहरा। [५७५ www.jainelibrary.org
SR No.012075
Book TitleAryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain
PublisherDigambar Jain Trilok Shodh Sansthan
Publication Year1992
Total Pages822
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size26 MB
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