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________________ गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती अभिवन्दन ग्रन्थ [२९ एम0एम0 जैकब गृह एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री भारत नार्थ ब्लाक, नई दिल्ली-११०००१ MINISTER OF STATE FOR HOME AND PARLIAMENTARY AFFAIRS INDIA NORTH BLOCK, NEW DELHI-110001 मयमेव जयते संदेश यह बहुत प्रसन्नता की बात है कि गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती-अभिनन्दन ग्रंथ प्रकाशन समिति पूज्य गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती माताजी के सम्मान में एक अभिनन्दन ग्रंथ का प्रकाशन कर रही है। जाति एकता, नैतिकता और अहिंसा की प्रेरणा-स्रोत ऐसी विभूतियों ने भारत की संस्कृति को शताब्दियों से परिपुष्ट किया है। ऐसे विशिष्ट व्यक्तित्व के बारे में ग्रंथ की रचना वस्तुतः एक श्लाघनीय प्रयास है। मैं इस सिलसिले में ८ अक्टूबर से ११ अक्टूबर, १९९२ तक हस्तिनापुर में आयोजित समारोह की सफलता के लिए शुभकामनाएं भेजता हूँ। [एम०एम० जैकब] रामेश्वर ठाकुर RAMESHWAR THAKUR वित्त राज्य मंत्री (राजस्व) भारत नई दिल्ली MINISTER OF STATE FOR FINANCE (REVENUE) INDIA FW DELHI ग सन्देश मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि पूज्य गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती माताजी के सम्मान में एक अभिनन्दन ग्रंथ का प्रकाशन किया जा रहा है और इस उपलक्ष्य में ८ से ११ अक्टूबर, १९९२ तक एक विशाल समारोह आयोजित किया जाएगा इस शुभ कार्य के लिए आयोजक बधाई के पात्र हैं। मैं समारोह की सफलता की कामना करता हूँ। सादर, [रामेश्वर ठाकुर Jain Educationa international For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012075
Book TitleAryikaratna Gyanmati Abhivandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRavindra Jain
PublisherDigambar Jain Trilok Shodh Sansthan
Publication Year1992
Total Pages822
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth
File Size26 MB
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