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गणिनी आर्यिकारत्न श्री ज्ञानमती अभिवन्दन ग्रन्थ
सत्यमेव जयते
प्रधान मंत्री
संदेश
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि माता ज्ञानमती जी के बहुआयामी सामाजिक तथा साहित्यिक कार्य को देखते हुए दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, हस्तिनापुर द्वारा एक अभिनन्दन ग्रंथ प्रकाशित किया जा रहा है । मुझे यकीन है कि यह अभिनन्दन ग्रंथ दार्शनिक एवं साहित्यिक महत्व के मामलों पर प्रकाश डालेगा ।
५.2. पी0वी0 नरसिंह राव
नई दिल्ली 20 मई, 1992
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