________________
४०४
महोपाध्याय समयसुन्दर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व ५.१.५६ विहागड़उ- ऐरवत क्षेत्र चतुर्विशति गीतानि (२४)। ५.१.५७
विहागड़उ-केदारउ- ऐरवत क्षेत्र चतुर्विशति गीतानि (१६)। ५.१.५८ वेलाउल-पुण्यसार रास (८); चार प्रत्येकबुद्ध रास (२.१); चौबीसी (६);
ऐरवत क्षेत्र चतुर्विशति गीतानि (१४,१७); श्री भड़कुल पार्श्वनाथ गीतम्;
एकादश गणधर गीतम्; जग-सृष्टिकार परमेश्वर गीतम्; व्रत पच्चक्खाण गीतम्। ५.१.५९ वैराड़ी-श्री जैसलमेर मंडन पार्श्वनाथ गीतम् (५); श्री जिनसिंहसूरि गीतानि
(१५); परमेश्वर स्वरूप दुर्लभ गीतम्; निरंजन ध्यान गीतम् सिंहलसुत
चौपाई (६); शत्रुञ्जय रास (५); चार प्रत्येकबुद्ध रास (१.१)। ५.१.६० शुद्ध नट-ऐरवत क्षेत्र चतुर्विंशति गीतानि (९); विहरमान वीसी स्तवनाः
(१५); श्री जिनसागरसूरि गीतानि (२)।। ५.१.६१ श्रीराग-चौबीसी (७); विहरमान वीसी स्तवनाः (१७); श्री आदिदेव चन्द्र
गीतम्; श्री जैसलमेर पार्श्वजिन स्तवनम् (६); श्री गौड़ी पार्श्वनाथ गीतम् श्री
महावीर गीतम्; जिनराजसूरि गीतानि (१)। ५.१.६२ संघवीरी- सीताराम-चौपाई (६.६)। ५.१.६३ सबाब- विहरमान वीसी स्तवनाः (१७); श्री कंसारी-त्रंबावती मंडन
भीड़भंजन पार्श्वनाथ भास (२); निंदा परिहार गीतम्। ५.१.६४ सबाब मिश्र-श्री परमेश्वर भेद गीतम्; ५.१.६५ सारंग-चार प्रत्येकबुद्ध रास (३.६); सीताराम-चौपाई (१.१); जिनकुशलसूरि
गीतम; कामिनी-विश्वास-निराकरण गीतम् श्री जिनसिंहसूरि गीतानि (२२); श्री जिनसिंहसूरि गीतानि (५); श्री स्थूलिभद्रगीतम्; श्री पयुषण पर्व गीतम्; श्री सुरियाभसुर नाटक-दर्शन महावीर गीतम् श्री वरकाणा पार्श्वनाथ स्तवनम्; श्री अमीझरा पार्श्वनाथ गीतम् श्री जैसलमेर मंडन पार्श्वजिन स्तवनम्; श्री
नडुलाई मंडण नेमिनाथ भास; चौबीसी (१४)। ५.१.६६ सारंग-मल्हार-चार प्रत्येकबुद्ध रास (१.५); मृगावती-चरित्र चौपाई (३.१)। ५.१.६७ सूघडउ-विहरमान-वीसी-स्तवनाः (१०); श्री नेमिनाथ गीतम्। ५.१.६८ सूहब-श्री जैसलमेर मंडन पार्श्वजिन स्तवनम् (१४); मृगावती-चरित्र चौपाई
(२.३)। ५.१.६९ सोरठं–चार प्रत्येकबुद्ध रास (२.६); मृगावती-चरित्र चौपाई (१.१३,२.९);
श्री पार्श्वनाथ अनेक तीर्थ नाम स्तवन: हितशिक्षा गीतम्। ५.१.७० हमीर-कल्याण-जिनसागरसूरि गीतानि (३)। ५.२ देशी
समयसुन्दर ने 'मार्गी' अर्थात् शास्त्रीय रागों के अतिरिक्त जिनके आधार पर
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org