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वर्तमानाचार्य व्याख्यान-वाचस्पति श्रीमद्विजय यतीन्द्रसूरीश्वरजी महाराज सह मुनिमण्डल.
पट्टपरः-मध्ये में आचार्यश्री, उनके दाहे पक्ष पर मुनिश्री लक्ष्मीविजयजी म.
वाम पक्ष पर मुनिश्री विद्याविजयजी म. नीचे विराजितः-दाहे मुनिश्री सागरानंदविजयजी म. वाम ओर मुनिश्री कल्याणविजयजी म.
मध्य में बालमुनि श्री भानुविजयजी. खड़े हुओं में दाहे से वाहे:-सर्व मुनिश्री लक्ष्मणविजयजी, देवेन्द्रविजयजी, भुवनविजयजी, रसिकविजयजी, जयप्रभविजयजी,
जयंतविजयजी सौभाग्यविजयजी. पुण्यविजयजी, कांति विजयजी और शांतिविजयजी म.