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________________ बहुमुखी प्रतिभा के धनी श्री भूपेन्द्रनाथजी जैन नृपराज एस. जैन* पार्श्वनाथ विद्याश्रम, वाराणसी के मंत्री श्री भूपेन्द्रनाथ जी जैन बहमुखी प्रतिभा के धनी हैं। आपको धार्मिक संस्कार एवं सेवा भावना विरासत में अपने स्वर्गीय पिताश्री हरजसरायजी से प्राप्त हुई है । मधुरवाणी, चेहरे पर सदा मुस्कुराहट लिये स्वर्गीय हरजसरायजी ने अपने औद्योगिक एवं व्यापारिक कार्यों के साथ देशभर की अनेकों शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्थाओं में नि:स्वार्थ सेवाएं प्रदान की थी। उन्हीं के पदचिह्नों पर चलते हुए श्री भूपेन्द्रनाथ जी ने शिक्षा एवं सेवा के क्षेत्र में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है और दे रहे हैं। फरीदाबाद (हरियाणा) की सुप्रसिद्ध कम्पनी "न्यूकेम प्लास्टिक लि." के मैनेजिंग डायरेक्टर रहे श्री जैन हसमुख एवं मिलनसार हैं, आप दीनदुखियों तथा जरूरतमंदों को हरसंभव सहयोग करते हैं । आप फरीदाबाद इंडस्ट्रियल एसोशिएशन के प्रधान भी रहे हैं । इसके अतिरिक्त जैन परमार्थफंड के प्रधान के पद पर रह कर आपने मानव मात्र की नि:स्वार्थ सेवा की है। आपका सारा परिवार धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों में सदा अग्रणी रहता है। आप उत्साही, मिलनसार, उदार, सेवाभावी और कर्मठ व्यक्तित्व के धनी हैं । असाम्प्रदायिक दृष्टिकोण और मानवसेवा आपकी विशेषता है । अनाग्रहपूर्ण चिंतन और व्यवहार में अहिंसा के प्रति जागरूक श्री जैन का परिवार एक आदर्श परिवार है। विद्यापीठ के हीरक जयंती के अवसर पर श्री भूपेन्द्रनाथ जी की सेवाओं के उपलक्ष्य में गौरव ग्रंथ प्रकाशित कर उनके गुणों का आकलन किया जा रहा है जिसके लिए मुझे प्रसन्नता है । वीर प्रभु से प्रार्थना है कि - श्री जैन स्वस्थ रहें और दीर्घायुष्य को प्राप्त हों ताकि समाज को हर क्षेत्र में अपनी सेवाएं प्रदान करते रहें। इन्हीं शुभकामनाओं सहित । *अध्यक्ष, पार्श्वनाथ विद्यापीठ प्रबन्ध समिति। Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012065
Book TitleBhupendranath Jain Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain
PublisherParshwanath Shodhpith Varanasi
Publication Year1998
Total Pages306
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size10 MB
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