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________________ interGINE ELLINSIDE KolapDTABRAPRADESH HRIES STATION गिरिनार :-दुनिया में बब्बर शेरों का घर अर्थात् गिरी के घने जंगल और वहां खड़ा गिरिनार पर्वत, शत्रुजय से सौ मील दूर है। उसके ऊपर बने जैन मंदिर अत्यन्त संदर और कलात्मक हैं। मंदिर में भगवान नेमिनाथ पदमासन मुद्रा में विराजमान हैं। इस मंदिर का जीर्णोद्वार तेरहवीं शती में हुआ था। इसका मंडप चौकोना है। वस्तुपाल, तेजपाल का बनवाया हुआ भगवान मल्लिनाथ का सुंदर मंदिर भी यहाँ हैं। आबू:-राजस्थान, गुजरात की सीमा पर खड़े गिरिराज आबू के मनोहर दृश्य दर्शकों को आश्चर्य में डाल देते हैं। ग्यारहवीं शती में सेठ विमलशाह के बनवाये जैन मंदिरो के संगमरमर रंगमंडप के गुम्बजों में सुन्दर झम्मर, उसके ऊपर कई प्रकार की डिजाइनों में निर्मित सोलह विद्या देवियों की आकर्षक मतियाँ, उत्कृष्ट शिला वाले रंगमंडप के खंभे आदि कला वैभव और प्रकृति के वातावरण को देखकर मानव को ऐसा महसम होता है। कि हे प्रभो। अगर तू कहीं है तो यही है। यहीं है। Enical
SR No.012062
Book TitleAtmavallabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJagatchandravijay, Nityanandvijay
PublisherAtmavallabh Sanskruti Mandir
Publication Year1989
Total Pages300
LanguageHindi, English, Gujarati
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size55 MB
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