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स्व: मोहनलाल बाठिया स्मृति ग्रन्थ
समीक्षा
नामानुसार अत्यन्त महत्वपूर्ण संकलन ग्रंथ है। योग से संबंधित संपूर्ण पाठों को इस ग्रंथ में समग्रता से संकलन किया गया है। जैनधर्म दर्शन को समझने के लिए ये ग्रंथ अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
शोधार्थियों के लिए तो बहुत ही उपयोगी है - कोश ग्रन्थों का सुबोध संकलन
जैन दर्शन के सभी महत्वपूर्ण विषयों पर कोश ग्रंथों का संकलन किया जाये तो जैन दर्शन की समृद्धि को एक नया आयाम मिल सकता है।
- डा. विशाल मुनि,कलकत्ता
योगकोश में योग के भेद - उपभेदों का बड़े ही तलस्पर्शी दंग से विवेचन किया गया है। पठनीय है, चिन्तनीय है।
- मुनिश्री सुमतिचन्द, कलकत्ता
योग कोष ग्रन्थ लेखक की अमूल्य कृति है। जैन दर्शन में योग की सूचिका के विषय में इस ग्रन्थ से पूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
- हीरालाल सुराणा, कलकत्ता
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