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स्वः मोहनलाल बाठिया स्मृति ग्रन्थ
भगवान महावीर के च्यवन से परिनिर्वाण तक का विस्तारपूर्वक विवेचन इस कोष में किया गया है। दिगम्बर-श्वेताम्बर एवं जैनेतर सामग्री का यथास्थान संकलन कर इतिहास प्रेमियों एवं शोध छात्रों के लिये एक सन्दर्भ ग्रन्थ बना दिया है। .
- भंवरलाल जैन, न्यायतीर्थ, जयपुर
भगवान महावीर के जीवन की अपूर्व विशद सामग्री है। इस कार्य को पूरा कर दिखाने में यह आपके परिश्रम तप का ही फल है। ।
- कंवर साहब मानसिंहजी, लावा सरदारगढ
__ यह ग्रंथ अपने आप में अद्वितीय अनूठा और विद्वानों के लिये बहुमूल्य निधि है। इसके पीछे सूझबूझ के साथ कष्ट साध्य पुरुषार्थ हुआ है। भगवान के जीवन सम्बन्धी जितनी सामग्री इसमें संकलित हुई है, पहले किसी ग्रंथ में नहीं हुई। जिस निष्ठा, अनुभव और धैर्य से यह कोश सम्पन्न हुआ है, वह अभिनन्दनीय है।
- रतन लाल डोशी, सैलाना
जैन धर्म को समझने के पूर्व महावीर के जीवन दर्शन का अध्ययन जरूरी है । प्रस्तुत ग्रन्थ वर्धमान जीवन कोष इस हेतु एक उपादेय ग्रन्थ है लेखक को वधाई।
- श्रीचंद नाहटा, कलकत्ता
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