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सम्पूर्ण ग्रन्थ का नियोजन इस प्रकार किया है कि वह जिज्ञासु के लिए उपयोगी, पाठक के लिए सहज, एवं शोधकर्ता के लिए लाभदायक सामग्री का कार्य कर सके । समिति को सन्तोष है कि यह वृहत्कार्य अर्ध-द्विसहस्राब्दि समारोह के समापन के अवसर पर पूर्ण हो सका है । मुझे आशा है कि पाठकवृन्द को हमारा यह प्रयास रुचिकर होगा।
दीपावली, महावीराब्द २५०१
३ नवम्बर, १९७५ ई०
-शशि भूषण शरण सचिव, श्री महावीर निर्वाण समिति,
उत्तर प्रदेश
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