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________________ उत्तर प्रदेश के जैन स्वतन्त्रता सेनानी वर्तमान शताब्दी के पूर्वार्ध में देश में राष्ट्रीय चेतना फंकने और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा स्वतन्त्रता प्राप्ति के हेतु विदेशी शासन के विरुद्ध किये गये चिरकालीन संघर्ष एवं स्वातन्त्र्य संग्राम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के निवासी जिन जैन स्त्री-पुरुषों ने सक्रिय भाग लिया है, उनमें से उल्लेखनीय स्वतन्त्रता सेनानियों का जिलेवार संक्षिप्त परिचय नीचे लिखे अनुसार है : मेरठ जिला बा० कीति प्रसाद वकील, मेरठ-महात्मा गांधी के आन्दोलन के प्रारम्भ से ही सक्रिय सहयोगी थे। अपनी अच्छी चलती वकालत छोड़ कर १९२१ के असहयोग आन्दोलन में कूद पड़े और जेल यात्रा भी की। वकालत फिर नहीं की, और शेष जीवन राष्ट्रसेवा, समाजसेवा तथा एक गुरुकुल की देख भाल में व्यतीत किया। उनके अनुज बा० रिसालसिंह वकील ने भी असहयोग आन्दोलन में सोत्साह भाग लिया था, किन्तु पारिवारिक परिस्थितियों के कारण वकालत नहीं छोड़ी थी। ला० अतर सेन देशभक्त, मेरठ--बड़े गरम कांग्रेसी कार्यकर्ता थे, उर्दू में 'देशभक्त' अखबार निकालते थे जो कई बार सरकार द्वारा जब्त हुआ । सन् १९२१ और १९३० के आन्दोलनों में जेल यात्राएँ भी की। बा० गिरिलाल मुख्तार, मेरठ--बड़े उत्साही कांग्रेसी कार्यकर्ता थे, १९३०-३१ के आन्दोलन में जेल यात्रा की। ला० सुन्दर लाल जैन, मेरठ–ने १९३०-३१ में कांग्रेस सेवा दल में कार्य किया और १९४२ के आन्दोलन में सक्रिय भाग लेकर जेल यात्रा भी की। मास्टर पृथ्वी सिंह जैन--भी प्रारम्भ में कांग्रेस सेवा दल के सदस्य रहे, तदनन्तर कांग्रेस के अच्छे कार्यकर्ताओं में रहते आये है। 'भारत छोड़ो आन्दोलन' में जेल यात्रा भी की। ज्योति प्रसाद जैन, मेरठ--(प्र० सम्पादक प्रस्तुत ग्रन्थ) भी १९२९-३१ में कांग्रेस सेवा दल के सक्रिय सदस्य रहे, जिसके कारण एक वर्ष की पढ़ाई की भी हानि की। सेवादल के कार्य के अतिरिक्त समाज में खादी के प्रचार और जिनमन्दिर के रेशमी व मखमली वेष्ठन, परदे, चंदोयों आदि के स्थान में खादी के लगवाने में काफी योग दिया। बा० सुखबीर सिंह मुख्तार--भी कांग्रेस के बड़े उत्साही कार्यकर्ता रहे और आंदोलनों में भाग लेने के 'लिए जेल यात्राएं की। धर्मपत्नी बाबू उमराव सिंह मुख्तार-भी कांग्रेस की अच्छी कार्ययर्ता रहीं। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012057
Book TitleBhagavana Mahavira Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJyoti Prasad Jain
PublisherMahavir Nirvan Samiti Lakhnou
Publication Year1975
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size16 MB
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