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(छ) अर्वाचीन प्रसिद्ध जैन मंदिर
यों तो उत्तर प्रदेश के जिस भी नगर, कस्बे या ग्राम में जैनों के दस-पांच भी घर हैं, वहाँ एक न एक जैन मंदिर या चैत्यालय बहुधा पाया जाता है । ऐसे भी कई स्थान हैं, यथा शाहजहांपुर, खैराबाद, गोरखपुर आदि जहाँ पूर्णकाल में जैनों की अच्छी बस्ती थी और अब नहीं के बराबर है, अतएव पुराने मंदिर बने हैं। जहां वर्तमान में भी अच्छी बस्तियाँ हैं वहाँ एकाधिक मंदिर तथा अन्य धार्मिक एवं सांस्कृतिक संस्थाएँ हैं। आगरा, फिरोजाबाद, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर, वाराणसी, ललितपुर, कानपुर, इलाहाबाद आदि नगरों में तो प्रत्येक में १०-१५ से लेकर ३०-३५ तक जैन मंदिर हैं । इनमें से फिरोजाबाद, आगरा, खुर्जा, सहारनपुर, ललितपुर, लखनऊ, मेरठ, वाराणसी, अलीगढ़, मिर्जापुर, इटावा, हाथरस, बाराबंकी, कानपुर आदि नगरों में कई-कई मंदिर अति भव्य, विशाल एवं दर्शनीय हैं। फिरोजाबाद के जैन नगर में सेठ छदामीलाल द्वारा निर्मापित विशाल एवं सुन्दर मंदिर अति आकर्षक हैं । उसी मंदिर में एक लगभग ४० फुट उत्तुंग भगवान बाहुबलि की अप्रतिम प्रतिमा की स्थापना होने जा रही है।
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