________________
सरदारमलजी कांकरिया हैं। इनकी संचालन शैली निश्चित ही तथा स्थानीय महानुभावों ने ४० प्रतिशत की भागीदारी निभाई। श्लाघनीय एवं प्रशंसनीय है।
इस प्रकार एक अनुकरणीय आदर्श की स्थापना हुई। इस ब्लॉक चतुर्थ शिक्षा कमीशन द्वारा वेतनमान के ढाँचे में परिवर्तन
के निर्माण में श्री सुशीलकुमारजी डागा का सहयोग सराहनीय है के कारण श्री जैन विद्यालय हावड़ा पर इसका प्रभाव पड़ना
फलत: शॉल एवं माल्यार्पण पूर्वक भावभीना अभिनन्दन किया। अवश्यंभावी है। दोनों विभाग के वेतनमान में वृद्धि के कारण ग्रामीण अंचलों के जरुरतमंद विद्यालयों में विगत वर्षों की लगभग ४५ लाख रुपये का भार वहन करना पड़ा। तरह पंखों, सिलाई मशीनें, शौचालय निर्माण एवं डेवलपमेन्ट परिणास्वरूप छात्रों के शुल्क में वृद्धि के लिए प्रबन्धकों को , हेतु सभा ने आवश्यक सहयोग देकर अपने कर्तव्य का निर्वाह विवश होना पड़ा। श्री जैन विद्यालय कोलकाता पर भी इसका किया रोजगार हेतु बिना ब्याज की रकम ६ माह के लिए प्रभाव लाजमी है।
फुलसीटा निवारण सेवा ट्रस्ट के माध्यम से दी गई। इस सभा श्री जैन शिल्प शिक्षा केन्द्र के माध्यम से राष्ट्रीय मुक्त
का यह प्रगति-रथ निरंतर आगे से आगे लोक कल्याण की ओर विद्यालय (एन.ओ.सी.) की माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक
बढ़ रहा है। परीक्षा में क्रमश: २१ एवं ३० छात्राएँ सम्मिलित हुई। इसके श्री जैन हॉस्पीटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, हावड़ा : मंत्री श्री ललितकुमारजी कांकरिया, प्राचार्य श्री भूपराजजी जैन
यह हॉस्पीटल अपनी सेवाओं के कारण अधिक से अधिक एवं को-ऑर्डिनेटर श्री राधेश्यामजी मिश्र हैं।
लोकप्रिय हो रहा है। सम्प्रति डॉ. सुरेन्द्रजी डागा इसके युवा, श्री हरकचंदजी कांकरिया के जूट मिल परिसर में निर्मित उत्साही एवं सजग मेडिकल ऑफिसर हैं। इनसे हॉस्पीटल को श्री जैन विद्यालय का प्रबन्ध सभा को संभालने का अनुरोध बहुत आशाएँ हैं। उन्होंने किया। इस प्रस्ताव को श्री जैन सभा ने विद्यालय का श्री भगवतीदेवी हरिराम झुनझुनवाला ट्रस्ट के प्रबन्ध ट्रस्टी निरीक्षण करने के पश्चात् स्वीकार कर लिया। इस प्रकार सभा ।
श्री माणकचंदजी सेठिया ने लेप्रोस्कोपी मशीन के लिए ट्रस्ट से की शिक्षा का फलक और विस्तृत हो गया।
सवा आठ लाख रुपये प्रदान किये। इसी तरह कोहिनूर साड़ी १ मई १९९९को इसका उद्घाटन पश्चिम बंगाल के । वालों की तरफ से ३ जून, १९९९ को गंभीर रोगियों को लाने उद्योग मंत्री माननीय श्री विद्युत गांगुली ने किया। सम्प्रति कक्षा ले जाने के लिए एक एम्बुलेन्स गाड़ी हॉस्पीटल को प्रदान की ७ तक यहाँ अध्ययन की व्यवस्था है।
गई। सभा इन दान-दाताओं के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती इस अवसर पर श्री हरकचंदजी कांकरिया एवं उनके पुत्रद्वय श्री जयकुमारजी कांकरिया एवं श्री अवंतिकुमारजी कारगिल युद्ध में शहीद परिवारों की सहायतार्थ सभा एवं कांकरिया का भावभीना सम्मान किया गया।
श्री जैन विद्यालय के छात्रों के सहयोग से एकत्रित राशि का २ इसके अध्यक्ष श्री हरकचंदजी कांकरिया, उपाध्यक्ष श्री
लाख रुपये का चेक जैन सभागार में आयोजित एक समारोह सुरेन्द्रकुमारजी बाँठिया एवं मंत्री श्री सरदारमलजी कांकरिया हैं। में कर्नल मंडल को समर्पित किया गया। श्री जैन बुक बैंक :
आगामी सत्र के कार्य के निष्पादन के लिए निम्नांकित यह योजना सभा की सतत विकासमान प्रक्रिया की द्योतक
पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों का चुनाव सर्वसम्मति है। इस वर्ष ८६ विद्यालयों में ११८५ पाठ्य पुस्तकों के सेट
से किया गया जो निम्न प्रकारेण हैनि:शुल्क वितरित किये एवं ४५३३ पुराने सेटों का पुन:
विश्वस्त मंडल-सर्वश्री सरदारमलजी कांकरिया, वितरण कार्य किया गया। अब तक ग्रामीण अंचलों के नौ
माणकचंदजी रामपुरिया, जयचंदलालजी मिन्नी एवं श्री विद्यालयों में श्री जैन बुक बैंक की स्थापना हुई है।
भंवरलालजी कर्णावट। अध्यक्ष श्री रिखबदासजी भंसाली, शिक्षा के विशद प्रचार-प्रसार हेतु श्री जैन विद्यालय,
उपाध्यक्ष श्री बच्छराजजी अभाणी, मंत्री श्री रिधकरणजी बोथरा,
सहमंत्री श्री अरुणकुमारजी मालू, कोषाध्यक्ष श्री भंवरलालजी कोलकाता एवं सभा ने मिलकर एक नया कदम उठाया। मेदिनीपुर जिले के श्री देवलिया बालिका विद्यालय में ११००
दस्साणी। स्क्वायर फुट के एक नये ब्लॉक का निर्माण कर विद्यालय को
___ कार्यकारिणी सदस्य-१. श्री जयचंदलालजी रामपुरिया, सौंप दिया। इस पूर्ण सुसज्जित ब्लॉक में सभा ने ६० प्रतिशत
२. श्री किशनलालजी बोथरा, ३. श्री मोहनलालजी भंसाली, ४. श्री सोहनराजजी सिंघवी, ५. श्री सुन्दरलालजी दुगड़, ६. श्री
७ अष्टदशी / 280
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org