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________________ MEMBER OF PARLIAMENT (LOK SABHA) यह जानकर अत्यन्त प्रसन्नता हुई कि जैन समाज आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराजा की दीर्घ साधना के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के निमित्त "आस्था और चिन्तन" नामक अभिनन्दन ग्रन्थ महाराज के कर-कमलों में भेंट करने जा रहा है । आचार्य रत्न श्री देशभूषण जी ने राष्ट्र के रचनात्मक निर्माण और उसके प्रति अखण्ड चेतना को जागृत करने का जो सद्प्रयास किया है उसके प्रति मैं अपना हार्दिक सम्मान प्रकट करता हूँ । जय Nember of Parliament (Lok Sabha) १६ को Jain Education International यह जानकर अत्यन्त प्रसन्नता हुई कि आचार्य श्री देशभूषण जी महाराज अभिनन्दन ग्रन्थ समिति "आस्था और चिन्तन" नामक अभिनन्दन ग्रन्थ समर्पित करने जा रही है । आचार्य रत्न श्री देशभूषण जी महाराज तप साधना के मूर्त आदर्श हैं, जो स्वयं आत्मान्वेषण में निरत हैं और अपने श्रद्धालुओं को निर्भीकता का उपदेश देते हैं । ह०/ वृद्धिचन्द्र जैन मैं आचार्यश्री जी की दीर्घ आयु की कामना करता हूँ तथा जैन समाज द्वारा आस्था और चिन्तन नामक ग्रन्थ प्रकाशन के प्रति अपनी हार्दिक शुभकामनाएं प्रकट करता हूँ । Tel. No. 3017209 72, South Avenue, New Delhi-110011 Dated 23-6-86 For Private Personal Use Only ह०/ हरेन भूमिज आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज अभिनन्दन ग्रन्थः www.jainelibrary.org
SR No.012045
Book TitleDeshbhushanji Aacharya Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorR C Gupta
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year1987
Total Pages1766
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size56 MB
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