SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 75
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ MEMBER OF PARLIAMENT MEMBER OF PARLIAMENT (LOK SABHA) S 3-5 नार्थ एवेन्यू, नई दिल्ली दि. 23-7-86 बहुभाषाविद् आचार्य श्री देशभूषण जी वास्तव में भारतीय साहित्य के गम्भीर अध्येता एवं मर्मज्ञ विद्वान् हैं । उन्होंने अपनी साहित्य-साधना एवं प्रेरक वाणी से समाज को स्वस्थ दिशा देने का स्तुत्य प्रयास किया है । इस प्रकार के आदर्श युग-साधक एवं तपस्वी की अप्रतिम सेवाओं के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए जैन समाज द्वारा जैन विद्याओं के कोष के रूप में अभिनन्दन ग्रन्थ प्रकाशित करने का कार्य वास्तव में एक शुभ संकल्प है। इस सारस्वत अनुष्ठान की सफलता के लिए मेरी शुभकामनाएँ स्वीकार करें। ह०/गंगाराम Member of Parliament (Lok Sabha) 209, North Avenue, New Delhi-110001 Telephone : 381713 Dated 23-6-1986. EER ने जैन समाज के परमादरणीय सन्त आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज तप के मूर्त आदर्श हैं और अपने श्रद्धालुओं को आत्मान्वेषण व निर्भीकता का उपदेश देते हैं। इस प्रकार महाराजश्री आत्मकल्याण एवं विश्वकल्याण दोनों दिशाओं में प्रयत्नशील हैं। मैं आपकी दीर्घ आयु की कामना करते हुए 'आस्था और चिन्तन' नामक ग्रन्थ के आयोजन पर हार्दिक शुभकामनाएँ प्रकट करता हूँ। समरब्रह्म चौधुरी आस्था का अर्घ्य Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012045
Book TitleDeshbhushanji Aacharya Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorR C Gupta
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year1987
Total Pages1766
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size56 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy