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________________ Member of Parliament (Lok Sabha) 72, North Avenue, New Delhi-110001. Phone: 381329 34, Court of Wards Colony, Betiahata, Gorakhpur (U.P.) Phone: 3029 दिनांक ४-३-१९८६ देश, धर्म और समाज की सेवा का जो दीर्घ इतिहास श्री महाराज जी ने अपनी अनवरत साधना एवं अध्यवसाय से निर्मित किया है उसको देखते हुए यह अभिनन्दन ग्रन्थ निश्चित रूप से श्लाघनीय प्रयास है। आप इस प्रयास के लिए मेरी ओर से बधाइयां स्वीकार करें। यह देश सदा से ऋषियों-मुनियों का देश रहा है । इस देश के सन्तों, ऋषियों और मुनियों ने केवल वचन से नहीं, बल्कि मनसा एवं कर्मणा प्रत्येक बात जो उनके मुंह से निकली है उसे अपने जीवन में चरितार्थ कर समाज के सामने आदर्श प्रस्तुत किया है और यही कारण है कि भारत देश और उसके निवासी सहिष्णुता के आगार एवं सहअस्तित्व पर अमल करते रहे हैं। आज भी विश्व में शायद ही ऐसा कोई देश होगा जिसमें इतनी विभिन्नता रहते हुए भी सहअस्तित्व की भावना गहराई में विद्यमान हो । इन्हीं सन्तों की कड़ी में श्री महाराज जी के प्रति मैं अपने श्रद्धासुमन अर्पित करता है। मदन पाण्डेय MEMBER OF PARLIAMENT (LOK SABHA) 15 नार्थ एवेन्यू, नई दिल्ली मसाज जाने 24.7.1986 आपके पत्र द्वारा यह जानकर प्रसन्नता हुई कि भारतवर्ष का जैन समाज परम तपस्वी आचार्यरत्न श्री देशभूषण जी महाराज की सात्विक साधना एवं संकल्प के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने की भावना से आस्था और चिन्तन नामक अभिनन्दन ग्रन्थ का प्रकाशन करने जा रहा है । मेरी शुभकामनाएँ। निहाल सिंह जैन भाचायरल श्री वेशभूषण जी महाराज अभिनन्दन अन्य Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012045
Book TitleDeshbhushanji Aacharya Abhinandan Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorR C Gupta
PublisherDeshbhushanji Maharaj Trust
Publication Year1987
Total Pages1766
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size56 MB
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