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एक दिन जब शास्त्री जी आये मिलने के लिए इतने प्रभावित हुए वह आपके सद्भाव से मिनटों की तो बात क्या है घण्टों वो बंठ रहे दे के आशीर्वाद उनसे फिर कहा ये आपने तुम पे जीवन भर रहे भारत का यह प्रधान पद और शोहरत की तम्हारी दुनिया में होगी न हद
आप मानव के लिए सरदार बनकर आये हैं डबती इस कोम के पतवार बन कर आये हैं दोन दुखियों के लिए गमख्वार बन कर आये हैं दुष्ट लोगों के लिये तलवार बन कर आये हैं आपके प्रभाव से कल्याण मानव का हुआ रोशनी वह पा गया जो राह था भटका हुआ
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३० आपका जोवन है सारे दीन दुखियों के लिए आपने जिसको दुआ दी उसका संकट टल गया दिल बदल जाते हैं अक्सर आपके प्रभाव से जिसका घर सूना था वह भी खूब फूला ओ फला ऐसे कुछ मोठे व प्यारे हैं वचन महाराज के जिसको जिस साँचे में ढाला वह उसी में ही ढला एक लुटेरा भी सुने तो लूटना हो छोड़ दे शान्ति का पथ यहाँ से हर किसी ने पा लिया कितने ही लोगों ने आकर आप से ली दीक्षा । मनिवर आपके सम्मान में जो भो झका जाने कितने दृष्ट लोगों का सफल जीवन हुआ सांसारिक कोप से वह पूर्ण मुक्ति पा गया
आप मुनियों के मुनि हैं, करुणा के आधार हैं आपके चरणों में अपित 'रियाज' के अशआर हैं
दूसरे देशों से आता है जो कोई आदमी आपकी सेवा में वह देता है आकर हाजिरी कोति फैली है अब संसार भर में आपकी गर्व है हमको मिले हैं देशभूषण से मुनि आज है संसार भर में आपका दिव्य प्रताप देशभूषण नाम है हां देश के भूषण हैं आप
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आचार्यरत्न श्री वेशभूषण जी महाराज अभिनन्दन अन्य
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