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ॐ अहँ नमः परम पूज्य व्याख्यान वाचस्पतिसाहित्याचार्य शत्रुजयावतार मालव भूमि का सिद्धाचल श्री मोहनखेड़ा तीर्थ उद्धारक
आचार्य देव श्रीमद्विजय यतीन्द्र सूरीश्वरजी म. सा.
दीक्षा शताब्दी स्मारक गन्ध
* प्रकाशन की स्वर्णीम स्मृति में वन्दन वन्दन वन्दन*
जावरा (म. प्र.) निवासी श्री ऊंकारलालजी धर्मपत्नि मोहनबाई की पुण्य स्मृति में श्री अशोककुमार धर्मपत्नि अ.सौ. सुशीलाबाई
श्री महेन्द्रकुमार धर्मपत्नि अ.सौ. शशीदेवी अन्तिमकुमार, मोहितकुमार, संजयकुमार, रोनककुमार बेटा पोता परपोता ऊंकारलालजी सागरमलजी औरा परिवार
फर्म:सागरमल ऊंकारलाल औरा, जावरा
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