SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 65
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ मैं पूज्य दोनों महासतीयांजी म. सा. के प्रति हार्दिक श्रद्धाजंलि अर्पित करता हूं तथा उनकी आत्मा के शाश्वत सुख प्राप्ति की मंगल कामना करता हूं। आप जैसे परम विदुषी महासतियांजी को खोकर समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। जिसकी निकट भविष्य में पूर्ति नहीं हो सकती है। अमरचन्द मोदी आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर मंत्री पोपलिया बाजार श्री जैन स्थानकवासी वीर संघ पोपलिया बाजर, ब्यावर * * * * * शोक एवं श्रद्धाजंलि प्रस्ताव परमपूज्य गुरुदेव श्रमण संघीय स्व. युवाचार्य श्री मिश्रीमल जी म.सा. 'मधुकर' की अन्तेवासिनी परम श्रद्धेया वयोवृद्धा पूज्या महासतीजी श्री कानकुंवरजी म.सा. का दिनांक ४-८-९१ को मध्याह्न साढ़े बारह बजे मद्रास साहूकारपेठ में संथारापूर्वक समाधिकरण हो गया। श्रद्धया महासतीजी ने २२ वर्ष की आयु में मरुधर मंत्री स्व. स्वामीजी श्री हजारीमल म. सा. के करकमलों द्वारा मरुधरा की महान सती पूज्या सरदारकुंवरजी म.सा. को नेश्राय में भागवती दीक्षा अंगीकार की। ५८ वर्ष की संयम पर्याय में आपने स्वयं को सदैव स्वाध्याय, मौन एवं ज्ञानाराधना में तल्लीन रखा। __ आपके देवलोक गमन से चतुर्विध संघ की एक अपूरणीय क्षति हुई है। अत्र विराजित परम विदुषी पूज्या महासती जी श्री उमरावकुंवरजी म.सा. 'अर्चना' आदि ठाणा ११ के सान्निध्य में श्री आगम प्रकाशन समिति एवं मुनि श्री हजारीमल स्मृति प्रकाशन की ओर से ब्रज मधुकर स्मृति भवन में शोकसभा का आयोजन किया गया। दोनों संस्थाओं के परिवार जन स्वर्गस्थ आत्मा को शांति प्राप्ति की कामना करते हुए श्रद्धांजलि समर्पित करते हैं। अमरचन्द मोदी उत्तमचंद मोदी मंत्री मंत्री श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर मुनिश्री हजारमिल स्मृति प्रकाशन ब्यावर शोक एवं श्रद्धांजलि प्रस्ताव श्री आगम प्रकाशन समिति एवं मुनि श्री हजारीमल स्मृति प्रकाशन समिति की स्थानीय कार्यकारिणी की आज दिनांक १९-३-९१ को यह सम्मिलित सभा पूज्य महासतीजी जयमालाजी आदि ठाणा के सानिध्य में साध्वीजी श्री चम्पाकुंवरजी म.सा. के मद्रास में दिनांक १७-३-९१ को हुए देहावसान के लिए हार्दिक शोक प्रकट करती है। (३८) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012025
Book TitleMahasati Dwaya Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorChandraprabhashreeji, Tejsinh Gaud
PublisherSmruti Prakashan Samiti Madras
Publication Year1992
Total Pages584
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy