________________
|, श्रावकाचारसंग्रह
पूर्वाचार्यकृत
१०००
Jain Education International
पं. हिरालालजी
सिद्धान्तशास्त्री पं. जिनदास शास्त्री
महापुराण
श्रीजिनसेनाचार्य
५००
,, षडखंडागम धवल
वीरसेनाचार्य के टीकासमेत १५ , जयधल मूलटीका समेत
, गुणभद्राचार्य
५०० २००
१८२
१६ ,, महाधवल मूल १. श्री धवलादि ग्रंथ मूल प्रकाशित संख्या १५००
वितरित , ५८२ ३. , छपाई तथा ताम्रपत्र का १३९९०१ रु. खर्च
For Private & Personal Use Only
४. अन्य ग्रंथ प्रकाशित संख्या २४०१५ ५. " वितरित , १८९०६ ६. , प्रकाशन खर्च ६०००० से अधिक
ग्रंथ प्रकाशन समिति, फलटण मोतीलाल मलुकचंद दोशी, मंत्री
पच्चीस साल का अहवाल
अ.नं.
ग्रंथ का नाम
ताम्रपत्र संख्या
वजन
१
धवल
१२९३
जयधवल
११५०
प्रत्येक का १३" x ८"
दरेक का ६२ तोला
कुल ताम्रपत्र संख्या २८५० कुल वजन दो टन
महाधवल
४०७
www.jainelibrary.org