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और यह है अन्तिम महायात्रा का दृश्य [वि० सं० २००७ कोटा] हजारों-हजार शोकाकुल नर-नारी गुरुदेव की अन्तिम यात्रा (श्मशान यात्रा)
में बैकुण्ठी के साथ चल रहे हैं।
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