________________
इतिहास की अमर बेल
आचार्य श्री नानालाल जी म., आचार्य श्री शान्ति लाल जी म., आचार्य श्री कान्ति ऋषि जी म.. आचार्य श्री घासीलाल जी म. श्वेताम्बर मूर्तिपूजक
आगम प्रभाकर श्री पुण्यविजय जी म., पं. अभय सागर जी म.. आचार्य श्री यशोदेव सूरि जी म. आचार्य श्री कान्तिसागर जी म., आचार्य श्री समुद्रसूरिजी म. आचार्य श्री इन्द्रदेव सूरि जी, आचार्य श्री रामचन्द्रजी, आचार्य श्री पदमसागर जी, आचार्य श्री नित्यानंद विजय जी महाराज
तेरापंथ संघ
आचार्य श्री तुलसी जी, आचार्य महाप्रज्ञजी।
दिगम्बर मतावलम्बी
दिगम्बराचार्य चरित्र चूड़ामणि श्री शान्तिसगरजी, आचार्य श्री विद्यानन्द जी, आचार्य श्री देशभूषण जी ।
जैनेतर सन्त
श्री शंकराचार्य जी द्वारिकापीठ, कांची कामकोटि के शंकराचार्यजी रामास्वामी सम्प्रदाय के आचार्य, सरसापुरी के मठाधीश, ज्ञान सम्प्रदाय के मठाधीश, महामंडलेश्वर महन्त मुरली मनोहरसरण जी जगदाचार्य श्री चन्द्रस्वामी रामस्नेही सम्प्रदाय के आचार्य रामकिशोर जी म. पदाधिकारी गण, विश्व हिन्दू परिषद् आदि। विद्वद्जन
श्री जैनेन्द्र कुमार जैन, पुरातत्त्ववेत्ता मुनि जिनविजय जी, डॉ. डी. एस. कोठारी, श्री पं. दलसुख भाई मालवणिया, पं. बेचरदास जी दोशी, डॉ. बारलिंगे जी, पं. सुखलाल जी सिंघवी, भट्टारक चारुकीर्ति जी, श्री अगरचन्द जी नाहटा, डॉ. लक्ष्मीमल्लजी सिंघवी, डॉ. आनन्द प्रकाश दीक्षित, डॉ. छगनलाल शास्त्री, डॉ. महेन्द्रसागर जी प्रचंडिया, डॉ मंगल पांडेय, डॉ. दरबारीलाल कोठिया, डॉ. प्रेमसुमन जैन, डॉ. नेमीचन्द्र जैन, डॉ. गोकुलचन्द जैन, पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल, डॉ. कल्याणमल जी लोढ़ा, डॉ. कमलचन्द सोगानी, पं. जनार्दनराय नागर, डॉ. नथमलजी टॉटिया, डॉ. मोहनलाल मेहता, डॉ. भागचन्द भास्कर, श्रीचन्द सुराना, डॉ. सागरमल जैन, डॉ. नरेन्द्र भानावत, डॉ. ए. डी. बतरा, डॉ. एम. एल. मेहता आदि । समाजसेवी
श्री जयप्रकाश नारायण, गुरुजी श्री गोलवलकर जी, श्री ऋषभदास राँका, पं. रविशंकर महाराज, बालासाहब देवरस, श्री अशोक सिंघल, श्री के. एल. गोधा, चिमन भाई चळू भाई शाह, श्री राधाकिशन रस्तोगी, पद्मश्री देवीलाल सामर, श्री डी. आर. मेहता,
Jain Education International
ge
४७५
श्री प्रेमचन्द जैन, श्री ताराचन्द जैन, साहू रमेश जैन, सेठ हीराचन्द दोशी, सेठ कस्तूरभाई।
न्यायमूर्ति
इन्द्रनाथ जी मोदी, जसराज जी चौपड़ा, श्रीकृष्णमलजी लोढ़ा, चांदमलजी लोढ़ा, गुमानमलजी लोढ़ा, मिलापचन्दजी जैन, राजेन्द्रमल लोढा, कान्ता भटनागर, के. एल. तुकाल
राजनेता
पं. जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, श्रीमती इन्दिरा गांधी, श्री मोरारजी भाई देसाई, ज्ञानी जैलसिंह, डॉ. शंकरदयाल शर्मा, श्री जगजीवनराम, राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन, श्री मोहनलाल सुखाड़िया, श्री भैरोसिंह शेखावत, श्री गुलाबचन्द कटारिया, श्री बलराम जाखड़, श्री जगदीश टाइटलर, श्री एच. के. एल. भगत, श्री अटल बिहारी वाजपेयी, श्री अर्जुनसिंह, श्री अमरचन्द चौधरी, श्री सुन्दरलाल पटवा, श्री हरिशंकर भाभड़ा, श्री शंकरराव चव्हाण, राजमाता विजया राजे सिंधिया, डॉ. के. एल. श्रीमाली, राम निवास मिर्धा, नाथूराम मिर्धा, शिवचरण माथुर, हरिदेव जोशी, श्री निहाल चन्द जैन, श्री कुलानन्द भारती, श्री जयप्रकाश अग्रवाल, सरदार बूटासिंह, डॉ. गिरिजा व्यास, अशोक गहलोत, सरदार बेअंत सिंह आदि ।
पूर्व नरेशगण
श्री गजसिंह जी (जोधपुर), श्री भगवतसिंह जी (उदयपुर), श्री महेन्द्रसिंह जी (उदयपुर)।
विस्तृत मंगल विहार क्षेत्र
आचार्य श्री अपने संयमी जीवन की लगभग ५४ वर्षीय उपलब्धिपूर्ण सुदीर्घ अवधि का यापन कर चुके हैं। श्रमण जीवनोचित रूप में आपश्री ने इस अवधि में पद यात्राओं द्वारा देश का व्यापक भ्रमण किया है। धर्मानुसरण, समाज सुधार, जीवनोत्थान, सुसंस्कारविकास आदि के प्रयोजन से आपश्री पद यात्राओं के दौरान प्रेरित उद्बोधित करते रहे हैं। आपश्री के विहार के प्रमुख क्षेत्र रहे
राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू आदि ।
आचार्यश्री की ऐतिहासिक धर्मयात्रा
आचार्य पद चादर समारोह के पश्चात् संघ की अनेक विध सारणा वारणा आदि दृष्टियों से आवश्यकता / अनुकूलता देखते हुए आपश्री का प्रथम यशस्वी चातुर्मास राजस्थान की उद्योगनगरी भोपालगंज, भीलवाड़ा में सम्पन्न हुआ। अनेक दृष्टियों से यह चातुर्मास बहुत ही महत्वपूर्ण एवं सफल सिद्ध हुआ ।
उदयपुर चादर महोत्सव के अवसर पर पंजाब के श्रीसंघों की भावभरी प्रार्थना पर आचार्यश्री ने अपना संकल्प व्यक्त किया था
Go
For Private & Personal Use Only
www.jainglibrary.org