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विषय - प्रत्येक दिशा विदिशा में पृथिवी आदि आश्रित त्रसजीवों को परिताप
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देने से संसार भ्रमणकाय के समारम्भ में
अन्य प्राणियों की हिंसा काय की हिंसा में परिज्ञा ( सकाय समारंभदोष )
उपभोगद्वार
वेदनाद्वार सजीवविराधनाफल सजीवहिंसाप्रयोजन
उपसंहार
उद्देशसमाप्ति
सप्तम उद्देश (वायुकाय ) वायुकायविराधनविवेक
वायुकायलक्षण
वायुकायप्ररूपणा वायुकायपरिमाण
वायुका यशस्त्र
वायुकाय की हिंसा में पड़जीवनिकायरूप लोक की हिंसा
द्रव्यलिङ्गिकृत वायुकायविराधना
वायुकायोपभोग
वायुविराधनादोप
वायुविराधनापरिहार
मुखस्त्रिकाविचार पइनिकायारम्भदोष पजीवविराधनापरिहार प्रथम अध्ययन समाप्ति
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