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मोलमम सत (चउत्थो उद्देसो)
७१६ गोयमा | से जहानामए केइ पुरिसे जुण्णे जराजज्जरियदेहे सिढिलतयावलि तरंग-सपिणद्धगत्ते पविरल-परिसडिय-दतसेढी उण्हाभिहए तण्हाभिहए अाउरे झुसिए' पिवासिए दुव्वले किलते एग मह कोसव-गडियं सुक्क' जडिल गठिल्ल चिक्कण वाइद्ध अपत्तिय मुडेण परसुणा अक्कमेज्जा, तए ण से पुरिसे महताइमहंताइ सद्दाइं करेइ, नो महताइ-महताइ दलाइ अवद्दालेइ, एवामेव गोयमा । नेरइयाण पावाइ कम्माइं गाढीकयाइ, चिक्कणीकयाइ, ५०सिलिट्ठीकयाइ, खिलीभूताइ भवति । सपगाढ पि य ण ते वेदण वेदेमाणा नो महानिज्जरा नो महापज्जवसाणा भवंति । से जहानामए केइ पुरिसे अहिकरणि पाउडेमाणे महया - महया सद्देण, महयामहया घोसेण, महया-महया परपराघाएण नो सचाएइ, तीसे अहिगरणीए केइ अहाबायरे पोग्गले परिसाडित्तए, एवामेव गोयमा । नेरइयाण पावाइ कम्माइ गाढीकयाइ, चिक्कणीकयाड, सिलट्ठीकयाइ खिलीभूताइ भवति । सपगाढ पि य ण ते वेदण वेदेमाणा नो महानिज्जरा' नो महापज्जवसाणा भवति । से जहानामए केइ पुरिसे तरुणे बलव जाव" मेहावी निउणसिप्पोवगए एग मह सामलि-गडिय उल्ल अजडिल' अगठिल्ल अचिक्कण अवाइद्ध सपत्तिय तिखेण परसुणा अक्कमेज्जा, तए ण से पुरिसे नो महताइ-महताइ सद्दाइ करेति, महताइ-महताइ दलाइ अवद्दालेति, एवामेव गोयमा । समणाण निग्गथाण अहाबादराइ कम्माइ सिढिलीकयाइ, निट्ठियाइ कयाइ, विप्परिणामियाइ खिप्पामेव परिविद्धत्थाइ भवति जावतिय तावतिय •पि ण ते वेदण वेदेमाणा महानिज्जरा° महापज्जवसाणा भवति ।। से जहा वा केइ पुरिसे सुक्कतणहत्थग जायतेय सि पक्खिवेज्जा-० से नण गोयमा । से सुक्के तणहत्थगए जायतेय सि पक्खित्ते समाणे खिप्पामेव मसमसाविज्जति ? हता मसमसाविज्जति । एवामेव गोयमा । समणाण निग्गथाण अहाबायराइ कम्माइ, सिढिलीकयाइ, निट्ठियाइ कयाइ, विप्परिणामियाइ खिप्पामेव विद्धत्थाइ भवति । जावतियं तावतिय पि ण ते वेदण वेदेमाणा महानिज्जरा महापज्जवसाणा भवति ।
१ सविण ° (ख, ता)। २ झुझित (क, ख, म), जुज्झिते (ब), मूरित
इति टीकाकार (वृ)। ३. सुक्ख (अ, ख, ता, व)। ४. जटिल (अ)। ५. स० पा०-एव जहा छट्टसए जाव नो।
६ स० पा० महया जाव नो। ७ भ० १४१३ । ८. जाव (म, क, ख, ता, ब, म, स)। ६ स० पा०-तावतिय जाव महापज्जवसाणा। १० स० पा०-एव जहा छट्ठसए तहा अयोक
वल्ले वि जाव महापज्जवसाणा।