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चोद्दसमं सत (पढमो उद्देमो)
६२५ * नेरइयादीणं गतिविसय-पदं ३ नेरइयाण भते | कह सीहा गती ? कह सीहे गतिविसए पण्णत्ते?
गोयमा । से जहानामए–केइपुरिसे तरुणे बलव जुगव' 'जुवाणे अप्पातके थिरग्गहत्थे दढपाणि-पाय-पास-पिट्टतरोरुपरिणते तलजमलजुयल-परिघनिभबाहू चम्मेदग-दुहण-मुट्टिय-समाहत-निचित-गत्तकाए उरस्सवलसमण्णागए लघण-पवण-जइण-वायाम-समत्थे छेए दक्खे पत्तट्टे कुसले मेहावी निउणे निउणसिप्पोवगए ग्राउटिय' वाह पसारेज्जा, पसारिय वा बाह आउटेज्जा', विक्खिण्ण वा मुट्टि साहरेज्जा, साहरिय वा मुट्ठि विक्खि रेज्जा, उम्मिसिय वा अच्छि निम्मिसेज्जा, निम्मिसिय वा अच्छि उम्मिसेज्जा, 'भवे एयारूवे५ ? नो इणढे समटे । नेरइया ण एगसमइएण' वा दुसमइएण वा तिसमइएण वा विग्गहेण उववज्जति । नेरइयाणं गोयमा । तहा सीहा गती, तहा सीहे गतिविसए पण्णत्ते । एव जाव वेमाणियाणं, नवर-एगिदियाण चउसमइए विग्गहे भाणि
यव्वे । सेसं त चेव ॥ नेरइयादीणं अणंतरोववन्नगादि-पदं ४ नेरइया ण भते । कि अणतरोववन्नगा? परपरोववन्नगा ? अणतर-परपर
अणुववन्नगा ? गोयमा | नेरइया अणतरोववन्नगा वि, परपरोववन्नगा वि, अणतर-परपर
अणुववन्नगा वि ।। ५ से कैणट्रेण भते । एव वच्चइ'- •नेरइया अणतरोववन्नगा वि, परपरोववन्नगा
वि °, अणतर-परपर-अणुववन्नगा वि ? गोयमा । जे ण नेरइया पढमसमयोववन्नगा ते ण नेरइया अणतरोववन्नगा, जे ण नेरइया अपढमसमयोववन्नगा ते ण नेरइया परपरोववन्नगा, जेण नेरइया विग्गहगइसमावन्नगा ते ण नेरइया अणतर-परपर-अणववन्नगा। से तेणट्रेण जाव अणतर-परपर-अणुववन्नगा वि । एव निरतर जाव वेमाणिया। अणतरोववन्नगा ण भंते | नेरइया कि नेरइयाउय पकरेति ? तिरिक्ख-मणस्सदेवाउय पकरेति ? गोयमा | नो नेरइयाउय पकरेति जाव नो देवाउय पकरेति ।।
१. स० पा०-जुगव जाव निउण° । २ आउट्टिय (अ, ख, स), आउदिय (क),
आदिउट्टिय (ता)। ३ आउद्देज्जा (ता)। ४, अणिमिसिय (अ, क, ता, व, म, स);
उण्णिसिय (ख)। ५ भवे एयारुवे सिया (अ), भवेयारूवे (क, __ ख, ता, ब, म)। ६ °समएण (अ)। ७ स० पा०-वुच्चइ जाव अणतर ।