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________________ t पद १३६, आयरिय उवज्झायस्स सिद्धि-पद १४७ अभक्खाणिस्स कम्मवध पद १४७, परमाणु - खधाण एयणादि - पद १५०, परमाणु - खघाण छदादि-पद १५४, परमाणु - खधाण सअड्ढसमज्झादि-पद १६०, परमाणु - खधाण परोप्पर फुसणा- पद १६५, परमाणु-खधाण संठि पदं १६६, परमाणु-खवाण अतरकाल-पद १७५, परमाणु - खंधाण परोप्पर अप्पाबहुयत्त-पद १८१, जीवाण सारभ सपरिग्गह- पद १८२, हेउ - पद १९१, नियठिपुत्त- नारयपुत्तपद २००, जीवाण - वुड्ढि - हाणि श्रवट्टिइ-पद २०८, जीवाण सोवचय - सावचयादिपद २२५, किमिदरायगिह- पद २३५, उज्जीय प्रधयार - पद २३७ मणुस्सखेत्ते समयादि-पद २४८, पासावच्चिज्ज -पद २५४ देवलोय-पद २५८ । ४७ छट्ठ सतं सू० १-८६ पृ० २२३-२७० पसत्यनिज्जराए सेयत्त-पद १, करण - पद ५, महावेदणा - महानिज्जरा - चउभग- पद १५, महाकम्मादीण पोग्गलवधादि-पद २०, अप्पकम्मादीण पोग्गलभेदादि - पद २२, कम्मोवचयपद् २४, कम्मोवचयस्स सादि-अनादित्त - पद २७, जीवाण सादि-अनादित्त-पद ३०, कम्मपगडी वध विवेयण-पद ३३, वेदगावेदगाण जीवाण अप्पाबहुयत्त - पद ५२, कालादेसेण सपदेस अपदेस-पद ५४, पच्चक्खाणादि-पद ६४, तमुक्काय-पद ७०, कण्हराइ पद ८६, लोगतियदेव पद १०६, नेरइयादीण आवास - पद १२०, मारणतियसमुग्धाय - पद १२२, धन्नाण जोणि-ठिs - पद १२६, गणना-काल- पद १३२, ओवमिय-काल-पद १३३, सुसम - सुसमाए भरवास - पद १३५, पुढवि-आदिसु गेहादिपुच्छा - पद १३७, आउवध पद १५१, लवणादिसमुद्द-पद १५५ कम्मप्पगडिवध - पद १६२, महिड्ढीयदेव - विकुव्वणा-पद १६३, अविसुलेसादि देवाण जाणणापासणा- पद १६८, सुह- दुह उवदसण-पद १७४ जीव- चेयणा - पद १७४, वेदणा- पद १८३, नेरइयादीण आहार पद १८६, केवलिस्स नाण-पद १८७ । सत्तमं सतं सू० १-२३३ पृ० २७१-३१४, अणाहारग-पद १, सव्वपाहारग - पद २, लोगसठाण - पद ३, समणोवासगस्स किरिया - पद ४, समणोवासगस्स अणाउट्टिहिंसा- पद ६, समणपडिलाभेण लाभ-पद ८, अकम्मस्स गतिपद १०, दुक्खिस्स दुक्खफासादि-पद १६, इरियावहिय- सपराइय-किरिया - पद २०, सइगालादिदोसदुटु-पाणभोयण-पद २२, सुपच्चक्खाण दुपच्चक्खाण-पद २७, पच्चक्खाणपद २९, पच्चक्खाणि अपच्चक्खाणि पद ३६, सासय- असासय-पद ५८, वण्णस्स आहारपद ६२, अणतकाय - पद ६६, अप्पकम्म- महाकम्म- पद ६७, वेदणा- निज्जरा-पद ७४, सासय-असासय-पद ६३, ससारत्थजीव- पद ६७, जोणीसगह पद ६६, आउयपकरणवेयणा- पद १०१, कक्कस - अकक्कसवेयणीय-पद १०७, सायासाय - वेयणीय-पद ११३,
SR No.010873
Book TitleJainagmo Me Parmatmavad
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashanalay
Publication Year
Total Pages1157
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size50 MB
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