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________________ ४२१ नवम सत (बत्तीसइमो उद्देसो) नवरं-एक्को अहिरो उच्चारेयन्वो, सेसं तं चेव'। चउक्कसजोगो वि तहेव', पचगसजोगो वि तहेव, नवरं-एक्को अभहिओ सचारेयव्वो जाव पच्छिमो भगो, अहवा दो वालुयप्पभाए एगे पकप्पभाए एगे धूमप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा'। अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे धूमप्पभाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए जाव एगे पकप्पभाए एगे तमाए एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए ‘एगे सक्करप्पभाए" एगे वालुयप्पभाए एगे धूमप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए एगे पकप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे रयणप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा, अहवा एगे सवकरप्पभाए एगे वालु यप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा || १४. सत्त भते । नेरइया नेरइयप्पवेसणएण पविसमाणा कि रयणप्पभाए होज्जा ? -पुच्छा । गगेया | रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा। अहवा एगे रयणप्पभाए छ सक्करप्पभाए होज्जा । एव एएण कमेण जहा छह दुयासजोगो तहा सत्तण्ह वि भाणियव्व, नवर-एगो अब्भहिलो सचारिज्जइ, सेस तं चेव । तियासजोगो', चउक्कसजोगो, पचसजोगो,छक्कसजोगो य छण्ह जहा तहा सत्तण्ह वि भाणियव्व, नवर-एक्केक्को अभहिरो" सचारेयव्वो जाव छक्कगसजोगो अहवा दो सक्करप्पभाए एगे वालुयप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा । अहवा एगे रयणप्पभाए एगे सक्करप्पभाए जाव एगे अहेसत्तमाए होज्जा॥ ६५ अट्ठ भते | नेरइया ने रइयप्पवेसणएण पविसमाणा कि रयणप्पभाए होज्जा ? -पुच्छा । गगेया | रयणप्पभाए वा होज्जा जाव अहेसत्तमाए वा होज्जा। अहवा एगे रयणप्पभाए सत्त सक्करप्पभाए होज्जा । एव दुयासजोगो" जाव १ त्रिसयोगजा भङ्गा ३५० । ६ पचा° (क), पञ्चसयोगजा भगा. ३१५ । २ चतु सयोगजा भङ्गा ३५० । १० छक्का (क, ब)। ३ पञ्चसयोगजा भङ्गा १०५। ११ अहिओ (अ), अहितो (क); अधितो (ता)। ४. जाव (अ, क, ता, व, म, स)। १२. षट्सयोगजा भङ्गा ४२ । ५ पट्सयोगजा भङ्गा ७। १३ द्विसयोगजा भङ्गा १४७, त्रिसयोगजा ६. द्विसयोगजा भङ्गा १२६ । भङ्गा ७३५, चतु सयोगजा भङ्गा १२२५, ७ त्रिसयोगजा भङ्गा ५२५ । पञ्चसयोगजा भङ्गा ७३५ । ८. चतु सयोगजा भङ्गा ७००।
SR No.010873
Book TitleJainagmo Me Parmatmavad
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAtmaramji Maharaj
PublisherAtmaram Jain Prakashanalay
Publication Year
Total Pages1157
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size50 MB
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