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भगवई
६ जया ण भते | जबुद्दीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स पुरथिमे ण अट्ठारसमुहत्ताणतरे
दिवसे भवइ, तया ण पच्चत्थिमे वि अटारसमुहत्ताणतरे दिवस भवइ; जया ण पच्चत्थिमे अट्ठारसमुहुत्ताणतरे दिवसे भवइ, तदा ण जवुदीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स उत्तर-दाहिणे ण साइरेगा दुवालसमुहत्ता राई भवइ? हता गोयमा । जाव भवइ ।। एव एएण कमेण ओसारेयव्व-सत्तरसमुहुत्ते दिवसे, ते रस मुहुत्ता राई । सत्तरसमुहत्ताणतरे दिवसे, साइरेगा तेरसमुहत्ता राई । सोलसमुहुत्ते दिवसे, चोद्दसमुहुत्ता राई। सोलसमुहुत्ताणतरे दिवसे, साइरेगा चउद्दसमुहुत्ता राई। पण्णरसमुहुत्ते दिवसे, पण्णरसमुहुत्ता राई। पण्णरसमुहुत्ताणतरे दिवसे, साइरेगा पण्णरसमुहुत्ता राई । चोद्दसमुहुत्ते दिवसे, सोलसमुहुत्ता राई। चोद्दसमुहुत्ताणतरे दिवसे, साइरेगा सोलसमुहुत्ता राई। तेरसमुहुत्ते दिवसे, सत्तरसमुहुत्ता राई। तेरसमुहुत्ताणतरे दिवसे, साइरेगा
सत्तरसमुहुत्ता राई॥ ११ जया ण जवुद्दीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स दाहिणड्ढे जहण्णए दुवालसमुहुत्ते
दिवसे भवइ, तया ण उत्तरड्ढे वि , जया ण उत्तरड्ढे, तया ण जबुद्दीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिम-पच्चत्थिमे ण उक्कोसिया अट्ठारसमुहुत्ता राई भवइ ? हता गोयमा । एव चेव उच्चारेयव्व जाव राई भवइ ।। जया ण भते ! जवुद्दीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमे ण जहण्णए दुवालसमुहुत्ते दिवसे भवइ, तया ण पच्चत्थिमे ण वि , जया ण पच्चत्थिमे', तया ण जवुद्दीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स उत्तर-दाहिणे ण उक्कोसिया अट्ठारसमुहुत्ता राई भवइ?
हता गोयमा ! जाव राई भवइ ।। जबुद्दीवे उउ-वत्तवया-पदं १३ जया ण भते । जबुद्दीवे दीवे दाहिणड्ढे वासाण पढमे समए पडिवज्जइ, तया
ण उत्तरड्ढे वि वासाण पढमे समए पडिवज्जइ; जया ण उत्तरड्ढे वासाण पढमे समए पडिवज्जइ, तया ण जबुद्दीवे दीवे मदरस्स पव्वयस्स पुरत्थिमपच्चत्थिमे ण अणंतरपुरक्खडे समयसि वासाण पढमे समए पडिवज्जइ ?
१ पच्चत्थिमे ण वि (अ, क, ता, व, म, स)।
२. उत्तरड्ढे वि (स)।