________________ --- ( 1 ) अपप्प भाार से रोग की पूरिहती है और प्रौपपके सेवन से रोग की रानि / राहदोनों प्रकार का पुरणार्प मिस प्रकार रोग की दिौर हामि करता कमी मकार परित। वीर्य कम चप करने में अपनी समर्थवा रखता मोर,पास "पीपं कर्म की आदि में एक प्रकार से करवीभूत पय माता है। मता परित वीर्य मारा कर्म पप परक निर्वाय पर प्राप्त करना PERIEBानाPEDIEIDEIRMER -Eमनमा