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सं० सत्य - सत्त | सरखावो - सत्तवादी वा सं० सत्व- सत्त । १६७. सहड - सढ - पवन का संचय करनेवाले श्वेत कपडे । सितपट - सियपढ - सियड - सहड - सड - सठ । " संकोइओ सियवडो " - ( उपदेशपद टीका )
सहड
भजन ५७ वां
परखत - परीक्षा करना ।
परि + ईक्ष - परीक्ष- प्रा० परिक्ख - परिवखंत ( चर्त० कृ० ) ' परखत' का मूल ' परिक्खंत ' में है ।
भजन ५८ वां
१६८. वलुधो - विशेष लुब्ध ।
सं० विलुब्धकः - विलुद्धओ - वल्धओ
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चट्टो
बलुंधो
बलूंभवु' (गुज०) का मूल भी 'विलुब्ध' में है | १६९. विसहर - विषधर - साप |
सं० विषधर - प्रा० बिसहर ।
१७०. मोझार - मध्य में बीच में में ।
सं० मध्यकार - प्रा० मज्झयार । " मज्जयम्मि मन"( देशी नाममाला वर्ग ६ ० १२९)