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ग्राचार्य श्री तुलगी
फेलिक्स - क्या जैन-सम्प्रदाय मे दम्पति के लिए शील- पालन आवश्यक समझा जाता है ? क्या विवाह धार्मिक संस्कार माना जाता है ?
आचार्यश्री - यद्यपि गृहस्थ के लिए पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन अनिवार्य नहीं है, फिर भी पर- सीसे पूर्ण बचाव और अपनी स्त्रीके साथ काम सेवनकी मर्यादा स्थिर करना आवश्यक है। जैन- दृष्टिकोण से विवाह धार्मिक संस्कार नहीं है ।
इस प्रकार भारतके प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक डा० के० जी० रामाराव, आस्ट्रिया के पत्रकार डा० हर्बर्ट टीसी, लन्दन के जेन विद्वान् हर्बर्ट बैटेन आदि विशेषज्ञोके प्रश्नोंके उत्तर न पाकर जिलागु पाठक अवश्य कुछ असन्तुष्ट होगे, किन्तु इस झाकीमे मै पूर्णता की आशा ही कब करा पाया हू। ऊपरकी पंक्तियोंमे थोड़ेसे प्रश्नोत्तर ज्योंके त्यों रख दिये गये है । विचारक वर्ग स्वयं इनका मूल्य आक लेंगे ।
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* देसो तत्त्वचर्चा ( आदर्श - साहित्य- सघ द्वारा प्रकाशित )