________________
नदी के वर्णनीय विषय
आचार्य
कमल पक्षियों का विषयों को वर्णित मिश्र ने स्त्रियों और अधिक की है । लिया 12
उद्यान के वर्णनीय विषय
I
आचार्य अजितसेन के
अनुसार उद्यान मे कलिका, कुसुम, फल, लताओं से युक्त कृत्रिम पर्वतादि तथा कोयल, भ्रमर, मयूर चक्रवाक एव पथिक क्रीडा का वर्णन प्रशस्य बताया गया है । 3 परवर्ती काल मे केशव मिश्र ने पुष्प, लतादि के पक्तिबद्ध होने की चर्चा की है । पीक, भ्रमर, हस आदिको की क्रीडा तथा पथिको की विश्राम स्थली भी बताया है ।
4
अत केशव मिश्र का निरूपण अजितसेन से प्रभावित है ।
2
-
3
अजितसेन ने नदी के वर्णन से समुद्र गमन, हसमिथुन, मछलीकलरव तट पर उत्पन्न हुई लताएँ कमलिनी कुमुदनी इत्यादि करने का उल्लेख किया है । परवर्ती काल मे आचार्य केशव पथिको के केलि वर्णन तथा तट पर वन वर्णन की चर्चा शेष अशों को शाब्दिक परिवर्तन के साथ स्वीकार कर
4
नद्यामम्बुधियायित्व हसमीनाम्बुजादय । विरूत तटवल्लर्यो नलिन्युत्पलिनीस्थिति ।।
सरित्यम्बुधियायित्व वीच्यो वनगजाद 1 पद्मानि षट्पदा हसनक्राद्या कूलशारिवन ।।
उद्याने कलिकापुष्पफलवल्लीकृताद्रय । पिकालिकेकिचक्राद्या पथिकक्रीडनस्थिति ।।
उद्याने सरणि सर्वफलपुष्पलतादय । पिकालिके कि हसाद्या क्रीडावाप्यध्वगस्थिति ।
अ०चि०
1/42
अ०शे0 6/2, पृ0-62
अचिo
1/43
अ०शे0 -6/2, पृष्ठ-63