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________________ 70 APPENDIX II. Beginning. -- श्रीगणेशायनमः ॥ अथ अहमद कत सामुद्रक लिष्यीते ॥ १ ॥ चारि चारि सव जार के कोनो जगत बनाई || ते सुभाई ते चतुर नरं दीने चारि गोनाई ॥१॥ चारि चक्र विधना रचै जैसे समद गभीर ॥ छत्र धरै अविचल सदा राज साहि जिहांगीर ॥ २ ॥ धनि जीमन जननी सुफल || मिटे जगत की पीर ॥ सुधिर सदा रहो छत्रपति नुर दीन जिहागीर || ३ || चारि वेद चित में धरै करै वेद हित रैन | सपने दुष न देषि है मदा जगत चित चैन ॥ ४ ॥ ऐक दाता और सुरीमा में जगत कलेस || भ्रष्ट सिधि नव निधि लै गाढ़ करत प्रदेस ॥ ५ ॥ कोउ जोग साधै जुगति कोउ भाग रस भाग ॥ अपनें अपने प्रेमवस करत कुलाहल लोग ॥ ६ ॥ संवत सेारह से गन प्रठहत्तर अधिकाइ ॥ वदी अषाढ तिथि पंचमी कही कथा समझाई ॥ ७ ॥ चारि पुरिष और कामिनी कहै वेद मृष चारि ॥ कहा सुनकिन चारि के एक एक निरधारि ॥ ९ ॥ End. -- अथ नाम लक्षण || के सलिता के वन प्रत्ना नर नि के नाम ॥ इनके आगे पिय मरे वेद वतामै ठानि ॥ जं तीरथ के नाम वस वृधनी जानिये ॥ बच होई इक गांम || महापापीनी दुष्टनी || दोहा ॥ नष सिष ला लक्छिन कहैं अंग अंग नर नारि || इनके गुन प्रगुन सकल लीज्या चतुर विचारि ॥ जेते गुन पुरुष तन ते सब गुन करि भा (भ) षि ॥ जै सुभ लछन कामिनी || प्रगुन कर्म विषि || ४०४० ॥ इति श्री अहमद ऋति संमुद्रक संपूर्णम् ॥ शुभं भूयात् ॥ श्रीरस्तु ॥ संवत १९०४ ॥ शके १७६८ ॥ श्री वैकुंठ नाथ जी सहाय ॥ ""लिषिते गोविंदलाल पाठग जी स्वयं पठं ॥ Il Subject. - सामुद्रिक ज्योतिष । पुरुष जाति लक्षणादि वन । स्त्री जाति लक्षणादि वर्णन | ―――――― No. 3. Dakshana Vilasa by Dakshana or Ahmad-ullah. Substance-Country-made paper. Leaves - 35. Size-10 x 6 inches. Lines per page-35. Extent-2,500 Ślokas. Appearance—old. Character – Nagari. Date of composition~~ 1722 A.D.-Date of manuscript-1837 A.D. Place. of Deposit—The Public Library, Bharatapur State. Beginning. - श्री राम जी सहाय ॥ अथ सरस्वती की स्तुति क ॥ कल्पवृक्ष सुषकंद करन दुषदंद फंद प्रति । वेद वंस गति हंम सुकित प्रवतंस सदन मति ॥ महिमंडल नव खंड मंडि मंड्या ब्रहमंडन । कमना दंड प्रचंड सैन दारिद्र विहंडन || कर वीन प्रवीन सरस्वती हियें हार मुकता लसत । कवि दक्षण
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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