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४. नाणावर णिज्जस्स नामस्स अंतरातियस्स - एतासि णं तिन्हं कम्मपगडीणं वावन्तं उत्तरपयडीओ पण्णत्ताओ ।
५. सोहम्म - सणकुमार - माहिदेसुतिसु कप्पे वावन्नं विमाणावास सय सहस्सा पण्णत्ता ।
समवाय-सुत्तं
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४. ज्ञानावरणीय, नाम एवं अंतराय - इन तीन कर्म-प्रकृतियों को बावन उत्तर - प्रकृतियां प्रज्ञप्त हैं ।
५. सीधमें, सनत्कुमार और माहेन्द्र-इन तीन कल्पों में बावन शतसहस्र / लाख विमानावास प्रज्ञप्त हैं ।
समवाय- ५२