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और तेजस और कार्मण के साथ दोनों को साथ युक्त करने से तीन २: अर्थात् छः प्रकार के बंधन और होते हैं इस प्रकार १५ प्रकार के बंधन होते हैं. नीचे. १५, प्रकार के बंधन को पृथक् २ नाम बतलाते हैं:-. ..
१ औदारिक औदारिक , २ वैक्रिय वैक्रिय . '३ आहारक आहारक' ४ औदारिक तेजस
५ वैक्रिय तेजस ६ आहारक तेजस ७ औदारिक कार्मण ८ वैक्रिय कार्मण
६ आहारक कार्मणं · · · १० औदारिक तेजस कार्मण .. ११ वैक्रिया तेजसं कार्मण : १२ आहारक. तेऊसकार्मण
१३ तेजस तेजस : .......१४ कार्मण कार्मण .. १५ तेजस.कामण. . . . ... :: . . ... ...:. ..
कितने ही ग्रन्थों में निम्नलिखित अनुसार भी १५ प्रकार के बंधन पतलाये हैं:-... ::::: ::
१ औदारिक औदारिक, २ वैक्रिय वैक्रिय
३ श्राहारक आहारक : ४ तेजस तेजस .:.:कार्मण कार्मण .. .६ औदारिक तेजसः . ७: वैक्रिय तेजस:::::.८ आहारक तेजस:: ::." कार्मण तेजस १० औदारिक कार्मण