________________
HI RISAACCUSA
AMRALA
Mastepos
SAYA
CQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQ:QQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQQ8
पंडित श्री शुभवर्द्धनसुरिविरचित
RGIC
bR८
ऋषिमंडल वृत्ति
(नाषांतर)
VASS
900000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000)
arees आ ग्रंथ चतुर्विध संघने वांचवा योग्य जाणी तेनुं
शास्त्री हरिशंकर कालीदास पासे गुजराती लाषामां नाषांतर करावी तेने
यथामति शुद्ध करी. उपावी प्रसिह करनार, शा. रवचंद जयचंदे स्थापन करेली, श्री जैन विद्याशाला. डोशीवाडानी पोल-अमदावाद.
&00000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000000
DARSHAN
अमदावाद आ ग्रंथ निर्मल मिन्टिंग प्रेसमां लल्लुभाइ ईश्वरदासे छाप्यो.
सवत १९५८.
सम १९०२.
प्रसिसकाए आ पंथने फरी छापवा छपाचवा संबंधी सर्व
हक पोताने स्वाधीन राख्या छे.
AAAAAA
किंमत
3-5-0.