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मेरे कथागुरुका कहना है की अंजलि लेकर । अजित बन्धुने आज हमारे धम्म संघकी अनुगति श्रेणीसे उत्तीर्ण होकर अग्रगतिकी श्रेणीमें प्रवेश किया है। जो वर्गके लिएदूसरोंके लिए मांगता है वह अनुग, अपूर्ण भिक्षु है और जो केवल अपने ही लिए मांगता है वही परम लोक-साधक पूर्ण भिक्षु है । अजितबन्धुका भिक्षुपदका कार्य आजसे प्रारम्भ हुआ है और वह अब इस संघका अंग नहीं, यह संघ ही उसका अंग है।'