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________________ द्रव्यसग्रह--प्रश्नोत्तरी टीका उत्तर-प्रायोगिक शब्द चार प्रकारके होते है-(१) तत, (२) वितत, (३) घन और (४) सुषिर। प्रश्न ३०- तत शब्द किसे कहते है ? उत्तर-वीणा, सितार प्रादिके तारोसे उत्पन्न होने वाले शब्दको तत शब्द कहते हैं। प्रश्न ३१.- वितत शब्द किसे कहते है ? उत्तर-ढोल, नगारे आदिके चर्मसे उत्पन्न होने वाले शब्दको वितत शब्द कहते है । प्रश्न ३२- घन शब्द किसे कहते है ? उत्तर-कासेके घण्टे आदिके प्रयोगसे उत्पन्न होने वाले शब्दको धन शब्द कहते हैं। प्रश्न ३३- सुषिर शब्द किसे कहते है ? उत्तर- बशी, तुरी आदिको फूककर बनानेसे उत्पन्न हुए शब्दको सुपिर शब्द कहते प्रश्न ३४-मनुष्यादिके व्यापारसे उत्पन्न होने वाले इन शब्दोको केवल पुद्गलके पर्याय क्यो कहे जा रहे है ? उत्तर-मनुष्यादिका व्यापार तो प्रकट जुदा है, निमित्तमात्र है। उक्त सभी शब्द केवल पुद्गलके ही पर्याय है। प्रश्न ३५-वैस्रसिक शब्द किसे कहते है ? उत्तर-- विस्रसा अर्थात् स्वभावसे याने किसी दूसरेके प्रयोग बिना जो शब्द उत्पन्न होते है उन्हे वैनसिक शब्द कहते है । जैसे मेघगर्जनाके शब्द आदि । प्रश्न ३६- बन्ध किसे कहते है? उत्तर-दो या अनेक पदार्थोके परस्पर बन्ध हो जानेको बन्ध कहते है । जो स्कन्ध दिखते है उनमे बन्ध पर्याय है वह पौद्गलिक बन्ध है । कर्म और शरीरका बन्ध भी पौद्गलिक है। प्रश्न ३७-सूक्ष्म किसे कहते है ? उत्तर-अल्पपरिमाणको सूक्ष्म कहते है । यह सूक्ष्म दो प्रकारका होता है-(१) साक्षात् सूक्ष्म और (२) अपेक्षाकृत सूक्ष्म । प्रश्न ३८-साक्षात सूक्ष्म किसे कहते है ? उत्तर-जिससे सूक्ष्म अन्य कोई न हो अर्थात् जिसकी सूक्ष्मता किसीकी अपेक्षा रखकर न बनी हो । जैसे-परमाणु । प्रश्न ३६-अपेक्षाकृत सूक्ष्म किसे कहते है ? उत्तर-जो सूक्ष्मता किसीकी अपेक्षा रखकर प्रतीत हो । जैसे प्रामसे पावला
SR No.010794
Book TitleDravyasangraha ki Prashnottari Tika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSahajanand Maharaj
PublisherSahajanand Shastramala
Publication Year1976
Total Pages297
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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