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[१०] बाँधा सर्ग-मगरका छः खण्ड पृथ्वी जीनना और चक्रवर्ती पद पाना (१८५-७१६) .
पाँचौं सर्ग-सगर और भगवान प्रश्नोत्तर, राक्षस बंश, मगरके साठ हलार पुत्रोंकी यात्रा, अष्टापद पर्वत, नागेन्द्रका साठ हजार राजकुमारोंको जलाना (७२०-७३७)
छठा सर्ग-इन्द्रका ब्राह्मगा बनकर, सगरके दरवार में जाना, सुगरका शोक, अद्देश, भगीरथका गंगाको समुद्र में डालना, नकुमारादि साठ हजार कुमारोंके पूर्वमन्त्र, सगरकी दीना और मुक्ति, अजितनायनीका परिवार, अजितनाथलीका सम्मेदशिखर पर निर्माण, निर्वाण महोत्सव (७३७-७८) टिप्पणियाँ कोश शुद्धिपत्र