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नागोरी लोका-गच्छ : श्रीमनोहर-सम्प्रदाय
विजयमुनि साहित्यरत्न + +++++
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प्राचार्य देवधिगणी के पश्चात्
आचार्य देवधिगणी के बाद नागोरी लोका-गच्छ और तनिश्रित श्री मनोहर-सप्रदाय की पट्टावली मे अनेक आचार्यों के नाम आते है, जिनके सम्बन्ध में विशिष्ट जानकारी के कुछ भी साधन उपलब्ध नही है । उस नामावली मे चन्द्र स्वामी, विक्रम, समन्तभद्र, जयदेव तथा देवानन्द आदि कुछ नाम ऐसे है, जिनका उल्लेख उपाध्याय श्री धर्मसागर जी ने स्वरचित तपागच्छ-पट्टावली में भी किया है। परन्तु उसमें भी उल्लेखनीय जीवन-चर्चा नहीं है । अत इन पृष्ठो में उनका नमाकन ही पर्याप्त होगा।
आचार्य चन्द्र स्वामी आचार्य समन्तभद्र आचार्य धर्म घोष आचार्य जयदेव आचार्य विक्रम आचार्य देवानन्द आचार्य विद्याधर आचार्य नरसिंह आचार्य समुद्र आचार्य परमानन्द आचार्य विबुध