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अनुक्रमणिका
i-xxiii 1-75 76-77 78--152
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1. प्रकाशकीय 2. प्राक्कथन 3 प्रस्तावना 4. आचारांग चयनिका के सूत्र एवं हिन्दी अनुवाद 4. संकेत-सूची 5. व्याकरणिक-विश्लेषण एवं शब्दार्थ 6. टिप्पण
(क) द्रव्य-पर्याय (ख) जीव अथवा आत्मा (ग) लोक
(घ) कर्म-क्रिया 7. आचारांग चयनिका के विषयों की रूप-रेखां (i) आचारांग की दार्शनिक पृष्ठ-भूमि और
धर्म का स्वरूप (i) मूच्छित मनुष्य की अवस्था (iii) मूर्छा कैसे टूट सकती है ? (iv) जीवन-विकास के सूत्र (v) जागृत मनुष्य की अवस्था
(vi) महावीर का साधनामय जीवन 8. आचारांग-चयनिका एवं आचारांग का सूत्र-क्रम 9. सहायक पुस्तकें एवं कोश
153-155 155-156 156
157-158
158-159 159-160 160-161 161-162 162 163-165 166-167