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गुरण गाया । आया ॥ दत री ।
सतरी । तरी ॥
रिमि रूप रमाया खळ सहि खाया गेम गमाया विरणीयाणी घाया विलंब न लाया आराधां नां सुरिण नर नाग निपाया अमर उपाया देवी माता तु पारवती निमो हेम पुतरी सीतामाता सावतरी देवी सीतामाता सावतरी ॥ आराधी ईसरि मंदं महेसरि पैठिसे कीरति परमेसर 1 - जंपर्स जोगेसर सुकर सैनीछर सप्त रुसेसर ने ससिहर ॥ होगोल सकतिहर निमो नरेसर कोइ कि जाणें तु कितरी । पारबती निमो हेम पुतरी सीतामाता सावतरी देवी सीतामाता सावतरी ॥ तु मात जगत री तु हिज घरतरी सकति सकति री तु तु भोमि भरथरी भीर भगत री श्रासु तरी तु वप ब्रहम विघत री सरव वुसुतरी तु गंगा तु गावतरी । पारवती निमो हेमरी पुतरी सीतामाता सावतरी जी सीतामाता सावतरी ॥ साधां गिरि राया जं महमाया सातां दीपां मां छाया । कोइळा गिरि काया धंध धंमाया मघ कीटग तें माराया ॥ जग धंधे लाया जुग सहि जाया तु गरढेरी महततरी । पारवती निमो हेमरी री पुतरी सीतामाता सावतरीजी सीतामाता सावतरी निसचर निरदकिया दुसमरण दळिया कंटग कळिया तें तकिया । मैंषासुर मळिया गुद्रस गळिया संभ निसंभा तें छळिया || प्रम शकर पळिया वखत जवळिया भाति तुहारी इरग भत री । पारवती निमो हेमरी पुतरी सीतामाता सावतरीजी सीतामाता सावतरी ॥ कहे जिनिपि किसोरी सकति सजोरी चरिति निमो ईता है चोरी । चिति सभु चोरी चित सहि चोरी गोरि सरीखी तु गोरी ॥ मिनि ब्रहमा मौरी फते फरसरी रंग मुखी तु पारवती निमो हेमरी पुतरी सीतामाता सावतरी जी सीतामाता शिवि शकर सरण सुर सहि सरणं सुरां वडेरो तु सरणें । धख पखयिरिंग धरणं धरम सधरणं घिरियां माथै सहि धरणं ॥ चिति लागे चरणे ब्रहमा वरणे गेमरा माडे सिहि गतिरी । पारवती निमो हेमरी पुतरी सीतामाता सावतरी जी सीतामाता सावतरी ॥
रतरी । सावतरी ॥
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