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* ग्रन्थराज:
अध्यात्मदर्शन
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* विषय .
चौवीस सोर्थडरो की स्तुति के माध्यम से अध्यात्म-ज्ञान * स्तुतिकार
योगीश्वर सत श्रीआनन्दघनजी * भाप्यकार: ___पं० मुनिश्री नेमिचन्द्रजी * भाष्य-निर्देशक : श्रमसंघीय आचार्यप्रवर
श्री आनन्वपिजी महाराज * भाष्यप्रेरक :
* प्रकाशक : तपस्वीरत्न श्रीमगनमुनिजी म०
विश्ववात्सल्य प्रकाशन समिति * भाष्य-उपप्रेरक :
लोहामडी, आगरा-२ (उ०प्र०) सेवानिष्ठ श्रीकुन्दनऋपिजी म० * संयोजक
★ मुद्रक : प्रवचन-प्रभाकर प० सुमेर
कल्याण प्रिटिंग प्रेस मुनिजी म०, कर्मठ सेवानिष्ठ
राजामण्डी, यागरा-२ श्रीविनोदमुनिजी
* मूल्य: * प्रस्तावना-लेखक
तेरह रुपये विद्वर्य श्री चन्दनमुनिजी म० * आशीर्वचन :
प्राप्ति-स्थान राष्ट्रसत उपाध्याय कविरत | १. विश्ववात्सल्य प्रकाशन समिति श्री अमरमुनिजी म०
लोहामंडी, आगरा-२ (उ.प्र.)
1 २ मगल किरण स्टोर्स . * सस्करण :
गुजरगल्ली,अ नगर (महाराष्ट्र) प्रथम, सितम्बर १६७६