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________________ ( २३ ) राघव ने संगीतध्वनि से सारे मृगों को अपने पास आकृष्ट कर लिया। शिकार न पाकर सुलतान राघव के स्थान में आया और घोड़े से उतर कर उसके पास गया। वह उसकी संगीतकला से इतना प्रभावित हुआ कि उसे अपने साथ दिल्ली ले आया। राघव चेतन ने सुलतान से ५०० गाव प्राप्त किये ऐसा पद्मिनी चरित्र चौपई पृ० २७ में उल्लेख है। । जटमल पद्मिनी के सौन्दर्य की ओर सुलतान को आकृष्ट करने के लिए जीवित शशक की कोमलता व हेमरत्न पाँख लाने का उल्लेख करता है जवकि जायसी का राघव सीधा ही सुलतान के समक्ष पद्मावती का रूप वर्णन करता है। ___ जटमल ने लिखा है कि सुलतान १२ वर्ष तक चित्तौड़ पर घेरा डाले बैठा रहा ( जो कि कवि की अतिरंजना मात्र लगती है । अन्त में राघवचेतन की सलाह से सुलतान ने छलपूर्वक रतनसेन को गिरफ्तार कर लिया और प्रतिदिन उसे गढ़ के नीचे लाकर सब लोगों को दिखाते हुए राणा के कोड़े मरवाया करता जिसकी वेदना से व्याकुल हो कायरता लाकर राणा के मंह से कवि पद्मिनी को देने के लिए खास रुका प्रेषण करने की स्वीकृति कराता है (कवित्त ८० ) जोकि राणा और उसके राजवंश की शान के विपरीत कायरतापूर्ण कदम है। आगे चलकर जब बादल कपष्ट प्रपच रचना द्वारा पद्मिनी को देने के प्रलोभन से सुलतान को वशवर्ती कर राणा को छुडाने आता है तो कवि फिर राणा द्वारा बादल को इस जघन्य कार्य
SR No.010707
Book TitlePadmini Charitra Chaupai
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhanvarlal Nahta
PublisherSadul Rajasthani Research Institute Bikaner
Publication Year1953
Total Pages297
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size8 MB
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