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________________ संकेताक्षर सूची المكي 4 अध्यात्मत०, टी० अध्यात्मतरगिणी, टीका अध्यात्म०र० -अध्यात्मरहस्य अन० टी० =अनगारधर्मामृत-टीका आ =आदशप्रति जयपुर की आत्मानु० -आत्मानुशासन इटो० टी० =इप्टोपदेश-टीका कार्तिकानु० कार्तिकेयानुप्रेक्षा ज्ञाना० -जानाणव गो०० = गोम्मटसार कर्मकाण्ड -जयपुर-दि० जन तेरह पथी वडा मदिर-प्रति = जुगलकिशोर-प्रति तत्त्वानु० -तत्त्वानुशासन तत्त्वा० वा०, भा० -तत्त्वार्थवार्तिक भाग्य त० सू० =तत्वार्यसूत्र द्रव्यस० -द्रव्यसग्रह ध्यानश० -ध्यान-शतक परमात्मप्र० -परमात्मप्रकाश परि०, प्रा० =परिच्छेद प्राकृत पचा०पचास्ति० -पचास्तिकाय भैरव-पद्मा० = भैरव-पद्मावती-कल्प भावपा० -भावपाहड =मुद्रित-मम्बई-प्रति =आमेर-प्रति युक्त्यनु० =युक्त्यनुशासन योगशा० -योगशास्त्र वसु० श्रा० =वसुनन्दि-श्रावकाचार विद्यानु० =विद्यानुशासन समय० --समयसार सर्वार्थ =सर्वार्थसिद्धि =जैनसिद्धान्तभवन आरा-प्रति सि० भा०, भा० =सिद्धान्तभास्कर, भाग सि० भ०, सिद्धभ० =सिद्धभक्ति म सि
SR No.010640
Book TitleTattvanushasan Namak Dhyanshastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1963
Total Pages359
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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