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सप्ततिकाप्रकरणं . सयोगिकेवलोके उदय और सत्तास्थानोके संवेधका ज्ञापक कोष्ठक
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। बन्धस्थान भग उदयस्थान भंग
सत्तास्थान
-
-
७६,७५
८०,७६
७६,७५
७९,७५ 1८०.७६,७६,७१
२५/८०,७६,७६,७५
१/८०,७६
अयोगिकेवलोके उदयस्थान. दो है- और ८। सो इनमेसे ६ का उदय तीर्थकरकेवलीके और आठका उदय सामान्य केवलीके होता है। ___ सत्तास्थान छह हैं-८०, ७६, ७६, ७५, ६ और ८! इनमेसे प्रारम्भके चार सत्तास्थान उपान्त्य समय तक होते हैं
और अन्तिम दो सत्तास्थान अन्तिम समयमे होते हैं। इस प्रकार इग गुणस्थानमें उदयम्थान और सत्तास्थानको विचार किया।
अब संवेधका विचार करते हैं-आठके उदयमें ६, ७५ और