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मुंहता नैणसीरी ख्यात . [ १२१ आय अर प्रथीराजजीन लोह वाह्यो।' ताहरां प्रथीराजजी कह्यो'फिट रे भादैवाळा ! भी हांडी चाटी । ताहरां कहियो-'हांडी तो वडे घररी चाटो । महैि खीच घणो। ताहरां प्रथीराजजी उठे काम आया। नगो भारमलोत पण काम आयो। राव मालदेजीरी फोज भागो। ___ ताहरां जैमलजीनू वधाई दीधी। कहियो-'जी ! राव मालदे भागो।' ताहरां जैमलजी कहियो-'रे छाती आगासू खिसियो छै, मेडतै गयेरी वधाई द्यो।'
ताहरां नगारा राव मालदेजीरा पडाऊ हाथ आया। ताहरां जुगलो मेडतेरो बांभी हुतो, तिण साथ नगारा देनै मेलियो ।' जाहरां ऊ बाभी गाम लाबियारै कनारै सै गयो।' ताहरां बांभी दीठो'नगारा तो बजाय लेवां । भै तो राव मालदेवरा नगारा छ, सो परहा जासी । ताहरां बाभी नगारो बजायो तरै झै दीठो जाईयैरै जे जाइजै ।' ____ ताहरां चादै कहियो-'म्हारो भाई छै। थे इतरा किहाणनू खडभड़ो । झै हू समझाईस 11 तरै कहियो राव मालदे-'चांदा ! म्हानू जोधपुर पुहचाय किणही तरह ।'12 ताहरां चांदै कहियो-'थे भोमता मानो, कोई ईश्वर तो न छै ।13 जैमलरो भय थे मता14 करो। आपनू जोधपुररै कोट दाखल हू कर देईस । ताहरा चांदौ
I अखैराज भादावतने पीछेसे पाकर प्रहार किया। 2 धिक्कार है रे भादवाला। अच्छी हडिया चाटी रे | 3 उसने कहा--'हडिया तो वडे घरकी चाटी है और उसमे खीच वहुत है । 4 छाती पागेसे दूर हुया है, मेडते गया होगा, वहाकी वधाई दो। 5 राव मालदेजीके नगारे भागते हुअोके पीछे पडे रह गये थे सो हाथ लगे। 6 तव जुगला नामका मेडतेका एक भाभी था उसके साथ नगारे वापिस भेजे। 7 तव वह भाभी लाविया गावके पासमे होकर लिकला। 8 भाभीने देखा नगारे तो वजाले। 9 नगारे राव मालदेके है सो तो उनके यहा जायेगे ही। 10 तुम इतने काहेको घबराते हो ? II इन्हे मैं समझा दूगा। 12 चादा । मुझे किसी प्रकार जोधपुर पहु चा दे। 13 तुम उससे इतने डरते हो वह कोई ईश्वर तो है नही? 14 मत। 15 आपका जोधपुर गढके भीतर प्रवेश मैं करा दूगा।