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... ' मुहता नैणसीरी ख्यात ११ डाहळिया, १२ मोटसिरा, १३ गोदारा, १४ भावला, १५ मोर, .१६ टीवणा, १७ मोहिल, १८ तिबड़किया, १६ बोसा, २० चंद्रावत, २१ घोरणिया, २२ बूटावाळा, २३ चूंटिया, २४ गाहमा, .. अथ पंवारांरी पैतीस साख
१ पंवार, २ सोढा, ३ सांखला, ४ भाभा, ५ भायल, ६ पेस, ७ पाणीसवळ, ८ बहिया, ६ वाहळ, १० छाहड़, ११ मोटसी, १२ हुबड़, १३ सीलारा, १४ जैपाळ, १५ कगवा, १६ काबा, १७ ऊमट, १८ धांधु, १६ धुरिया, २० भाई, २१ कछोटिया, २२ काळा, २३ काळ मुहा, २४ खैरा, २५ खूट, २६ टल, २७ टेखळ, २८ जागा, २६ छोटा, ३० गूंगा, ३१ गैहलड़ा, ३२ कलोळिया, ३३ कूकणा ३४. पीथळीया, ३५-डोडकाग, ३६ वारड़ ।
चहुवांणांरी चौबीस साख
१ चहुवांण, २ सोनगरा, ३ खीची, ४ देवड़ा, ५ राखसिया .: (साखसिया), ६ गीला, ७ डेडरिया, ८ बगसरिया, ६ हाडा, . .. १० चीवा, ११ चाहेल, १२ सैलोत, १३ वेहल, १४ बोड़ा,
:१५ बालोत, १६ गोलासण, १७ नहरवण, १८ बेस, १६ निरवांण, . २० सेपटा, २१ ढीमड़िया, २२ हुरड़ा, २३ माल्हण, २४ वंकट । ...... साख इत्ती पड़िहारां भिलै, भाट खंगार नीलियारै लिखाई:--
१पड़िहार, २ ईंदा, मळ सिया, काळ पाघड़िया, बूलणा, ३ लूलो, रामियारा पोतरा', ४ रांमवटा, ५ बोथा, मारवाड़ मांहे छै, पाटोदी धकै .. छ, ६. बारी, मेवाड़ माहे रजपूत छै, मारवाड़ में तुरक छ, ७धांधिया,
पाधरा-रजपतः घणा छै जोधपुररी10 में छै. ८ खरवर, मेवाड़ में
... 1 शीर्षकमें ३५ शाखाएं लिखी हैं कि तु ३६ हैं। 2 शाखा, भेद । 3 पड़िहारों में इतनी शाखायें शामिल हैं। 4 नीलिया ग्रामके निवासी भाट खंगारने लिखवाई। 5 पडिहारों की ईदा शाखाकी मळसिया, काळ पाघड़िया और बूलण। ये तीन अवान्तर शाखायें हैं।
6:रामियाके पोते लू को शा'वाके हैं। 7 बोया शाखाके राजपूत मारवाड़ में हैं। वे पाटोदीके ': परे रहते हैं। पाटोदी बालोतरासे १२ मील उत्तरमें और जोधपुरसे ६० मील पश्चिममें है।
बारी शाखाके राजपूत तो मेवाड़मे है और जो मुसलमान हो गये हैं वे मारवाड़में रहते हैं। 9 साधारण राजपूत (बिना जागीरीके) अधिक हैं। 10 जोधपुरके प्रदेश में रहते हैं।