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________________ मुंहता नैणसीरी ख्यात [२३७ .. २० हमीर वीकावत । राव चंद्रसेणरो सुसरो। हरदास महेसोत मारियो । ... २१ पंचाइण हमीररो। सं० १६६६ वीजळी भाद्राजणरी थी । उरजन चाकरी करतो । २२ रायसिंघ सं० १६ . . - रोहचो जोधपुररो, सं० १६६६ रायमो भाद्राजणरो पटै केसोदास भेळो । सं० १६८५ सीहरांणो भाद्राजणरो। हमीर वीकावतरो परवार प्रांक २० । पंचाइणरो परवार प्रांक २१ । २२ केसोदास पंचाइणरो बालपुर मांहै राम कह्यो । २२ उरजन पंचाइणरो । सं० १६८९ साहरियाणै थो । २२ भोजराज पंचाइणरो। २२ वीरम हमीररो। .: २२ नारायण भाद्राजणरो रेवड़ा पटै'। २२ भांण । २१ देदो हमीररो। २२ मन्होर, भवरांणी रहै । २१ भोपत। २१ जैतसी हमीररो । जैतसी नगावतनूं तुरके पकड़ियो तटै काम ___ अायो' । अखैराज धीरावत, प्रांक १८ १६ कूपो अखैराजोत । २० रांम । भाखरसी दासावतरै काम प्रायो। २० कान्हसिंघ जैतसीयोतरै काम आयो। I वीकेका बेटा हमीर, जो राव चंद्रसेनका सुसरा था जिसे महेशके बेटे हरदासने मारा ।, 2 हमीरका वेटा पंचायण, जिसके पट्टेमें भाद्राजुनका गांव वीजली था। ... 3 चाकरी पंचायणका बेटा अर्जुन करता था। 4 रायसिंहको जोधपुरका रोहेचो गांव सं० १६ में पट्टे और सं० १६६६में भाद्राजुनका रायमो गांव उसके भाई केशोदासके शामिल पट्टमें। 5 पंचायणका वेटा केशोदास बालपुरमें मरा। 6 पंचायणका बेटा अर्जुन, जिसको सं० १६८६ में साहरियाणो गांव पट्ट में था। 7 नारायणको भाद्रजुनका रेवड़ा गांव पट्टेमें । 8 मनोहर,भवराणी गांवमें रहता है। 9 हमीरका वेटा जैतसी, नागाके बेटे जैतसीको जब ....... मुसलमानोंने पकड़ा, वहां काम आया।
SR No.010609
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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